येदियुरप्पा ने दावा किया है कि सत्ताधारी कांग्रेस और जेडीएस के कई असंतुष्ट नेता उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार बैठे हैं। येदियुरप्पा की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब मंत्री पद नहीं मिलने से नाखुश कांग्रेस के कुछ विधायकों की बागी गतिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा विधायक दल के नेता ने अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि वे मजबूत विपक्ष के रूप में काम करें और 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि जेडीएस और कांग्रेस से असंतुष्ट लोगों को शामिल करना हमारी जिम्मेदारी है। राजनीति समीकरणों के हिसाब से समय पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
येदियुरप्पा ने कहा कि विधानसभा में पार्टी के विधायकों की संख्या 104 है। पार्टी के पास पूरी ताकत है और हमें मजबूत विपक्ष के तौर पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सरकार कितने दिनों तक चलेगी, यह अलग मामला है। लेकिन सत्ता की आकांक्षा पाले बगैर हम सभी 104 सदस्यों को अपने अच्छे कार्यों से सफल विपक्ष के तौर पर काम करना चाहिए। पार्टी के हर कार्यकर्ता को पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने के लिए अभी से 2019 की तैयारियों में जुट जाने की जरूरत है।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कर्नाटक के असंतुष्ट पार्टी विधायकों से मुलाकात की। हालांकि इस मुलाकात में कोई समाधान नहीं निकल सका। मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज बताए जा रहे एमबी पाटिल के नेतृत्व में पार्टी के कई विधायकों की राहुल गांधी के साथ बैठक हुई। इतना ही नहीं डीके शिवकुमार भी पार्टी हाईकमान के रुख से संतुष्ट नहीं हैं। उन्हें भी अपेक्षा के अनुरूप जिम्मेदारी नहीं मिली है। मुलाकात के बाद पाटिल ने कहा कि कैबिनेट विस्तार के बाद से नाराज चल रहे 15-20 विधायकों से चर्चा के बाद अगले कदम के बारे में फैसला किया जाएगा।