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जानिए 17वीं लोकसभा में किसे मिल सकता है रेल मंत्रालय, कब-किसने पेश किया रेल बजट

locationनई दिल्लीPublished: May 25, 2019 10:06:01 pm

Submitted by:

Shivani Singh

1947 में पेश हुआ था पहला रेल बजट
12 वर्षों से चली आ रही रेल बजट की प्रथा 2016 के बाद कर दी गई समाप्त
2017 में आम बजट के साथ पेश हुआ रेल बजट

 railway ministry

नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी को आज संसदीय दल का नेता चुन लिया गया। जानकारी के मुताबिक 30 मई को मोदी देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इसके बाद मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा होगी। कौन सा मंत्रालय किसे दिया जाएगा ये देखना काफी अहम रहेगा। लेकिन इन मंत्रालयों में सबसे अहम रेल मंत्रालय है। आईए जानते हैं कब रेल मंत्रालय की शुरुआत हुई। किसने कब रेल बजट पेश किया और 17वीं लोकसभा में किसके हाथ आएगा ये मंत्रालय-

क्या होता है रेल मंत्रालय

रेल मंत्रालय भारत में रेलों के निर्माण और परिवहन को नियंत्रित करने वाला सरकार का एक महत्वपूर्ण मंत्रालय है। भारतीय रेल का प्रभार इसी मंत्रालय के पास है। इस मंत्रालय का कार्य देश को बेहतर तरीके से चलाना और उसकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करना होता है। इसके लिए बजट का निर्धारण किया जात है। वर्ष 2016 तक रेल बजट अलग से पेश किया जाता था लेकिन 2017 में रेल बजट को आम बजट के साथ ही पेश किया जा रहा है, जो अभी भी जारी है।


रेल बजट

वर्ष 1947 में भारत आजाद हुआ था। उसी साल देश के पहले रेल मंत्री और वित्त मंत्री जॉन मथाई बने थे। उन्होंने उसी साल नवंबर में देश का पहला रेल बजट संसद में पेश किया। इसके बाद लगातार रेल बजट पेश किया गया, जो साल 2016 तक जारी रहा। लेकिन 12 वर्षों से चली आ रही रेल बजट की प्रथा समाप्त कर दी गयी। आखिरी बार सुरेश प्रभु ने 2016 में अंतरिम रेल बजट पेश किया था। वर्ष 2017 में रेल बजट को देश के वित्त बजट के साथ ही पेश किया गया जो लगातार जारी है।

suresh prabhu

कब और किसने पेश किया रेल बजट-

क्रम संख्या नाम कार्यकाल
.असफ अली2 सितम्बर 1946 14 अगस्त 1947 तक
1.जॉन मथाई15 अगस्त 1947 22 सितम्बर 1948
2.एन गोपालस्वामी अय्यंगर22 सितम्बर 1948 13 मई 1952
3.लाल बहादूर शास्त्री13 मई 1952 7 दिसम्बर 1956
4.जगजीवन राम7 दिसम्बर 1956 10 अप्रैल 1962
5.स्वर्ण सिंह10 अप्रैल 1962 21 सितम्बर 1963
6.एच सी दसप्पा21 सितम्बर 1963 8 जून 1964
7.एस के पाटिल9 जून 1964 12 मार्च 1967
8.सी एम पूनचा13 मार्च 1967 and 14 फरवरी 1969
9.राम सुभाग सिंह14 फरवरी 1969 4 नवम्बर 1969
10.पी गोविन्द मेनन4 नवम्बर 1969 18 फरवरी 1970
11.गुलजारीलाल नन्दा18 फरवरी 1970 17 मार्च 1971
12.के हनुमानथईया18 मार्च 1971 22 जुलाई 1972
13.टी ए पाई23 जुलाई 1972 4 फरवरी 1973
14.ललित नारायण मिश्र5 फरवरी 1973 2 जनवरी 1975
15.कमलापति त्रिपाठी11 फरवरी 1975 23 मार्च 1977
16.मधु डंडावते26 मार्च 1977 28 जुलाई 1979
17.टी ए पाई30 जुलाई 1979 13 जनवरी 1980
18.कमलापति त्रिपाठी14 जनवरी 1980 12 नवम्बर 1980
19.केदार पांडे12 नवम्बर 1980 14 जनवरी 1982
20.प्रकाश चंद्र सेठी15 जनवरी 1982 2 सितम्बर 1982
21.ए बी ए गनी खान चौधरी2 सितम्बर 1982 31 दिसम्बर 1984
22.बंसी लाल31 दिसम्बर 1984 4 जून 1986
23.मोहसिना किदवई24 जून 1986 21 अक्टूबर 1986
24.माधवराव सिंधिया22 अक्टूबर 1986 1 दिसम्बर 1989
25.जॉर्ज फर्नांडीस5 दिसम्बर 1989 10 नवम्बर 1990
26.जनेश्वर मिश्र21 नवम्बर 1990 21 जून 1991
27.सी के जफर शरीफ21 जून 1991 16 अक्टूबर 1995
28.रामविलास पासवान1 जून 1996 19 मार्च 1998
29.नीतीश कुमार19 मार्च 1998 5 अगस्त 1999
30.राम नाईक6 अगस्त 1999 12 अक्टूबर 1999
31.ममता बनर्जी13 अक्टूबर 1999 15 मार्च 2001
32.नीतीश कुमार20 मार्च 2001 22 मई 2004
33.लालू प्रसाद यादव23 मई 2004 25 मई 2009
34.ममता बनर्जी26 मई 2009 19 मई 2011
35.दिनेश त्रिवेदी12 जुलाई 2011 14 मार्च 2012
36.मुकुल रॉय20 मार्च 2012 21 सितम्बर 2012
37.सी पी जोशी22 सितम्बर 2012 28 अक्टूबर 2012
38.पवन कुमार बंसल28 अक्टूबर 2012 10 मई 2013
39.सी पी जोशी11 मई 2013 16 जून 2013
40.मल्लिकार्जुन खड़गे17 जून 2013 25 मई 2014
41.डी वी सदानंदा गौड़ा17 जून 2013 25 मई 2014
42.डी वी सदानंदा गौड़ा26 मई 2014 9 नवम्बर 2014
43.सुरेश प्रभु10 नवम्बर 2014 3 सितम्बर 2017
44.पीयूष गोयल3 सितम्बर 2017 वर्तमान

इन्हें मिल सकता है रेल मंत्रालय?

नरेंद्र मोदी पहले से ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके मंत्रिमंडल में 50 फीसदी चेहरे नए होंगे। स्वास्थ्य कारणों से वित्तमंत्री अरुण जेटली नए मंत्रिमंडल में दिखाई नहीं देंगे। उनकी जगह पर पीयूष गोयल को वित्तमंत्री बनाया जा सकता है। इसका कारण यह है कि जेटली की अनुपस्थिति में उन्होंने वित्त मंत्रालय का काम संभाला था। पिछली सरकार में वे रेल मंत्रालय देख रहे थे। अब सवाल यह है कि फिर रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी किसे मिलेगी? जानकारों के अनुसार- रेल मंत्रालय बंगाल या बिहार से किसी नेता को दिया जा सकता है।

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