
रेलवे की बेहतर सेवाओं और श्रद्धालुओं की भारी संख्या के चलते इस बार रेलवे को 200 करोड़ रुपए की कमाई हुई, जो 2019 के कुंभ की तुलना में कहीं अधिक है।
डीसीएम हिमांशु बडोनी ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि महाकुंभ में रेलवे की सकारात्मक छवि बनाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही। रेलवे के व्यापक इंतजामों के कारण श्रद्धालुओं को बिना किसी असुविधा के यात्रा करने का अवसर मिला। रेलवे ने किसी भी प्रकार का अतिरिक्त कर नहीं लगाया, बल्कि सेल्फ मोटिवेटेड टिकटिंग को बढ़ावा दिया गया, जिससे ज्यादा से ज्यादा यात्री रेलवे की सेवाओं का लाभ उठा सकें।
हिमांशु बडोनी ने बताया कि 2019 में हुए कुंभ मेले में रेलवे की कमाई 35 करोड़ रुपए थी जबकि इस बार यह आंकड़ा 200 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। यह रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष ट्रेनों, बेहतर समय प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता दी। श्रद्धालुओं ने भी रेलवे की सेवाओं का भरपूर लाभ उठाया और कुंभ में सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे अपनी इस सफलता को एक बड़ी उपलब्धि मानता है।
महाकुंभ में इस बार रेलवे ने बड़ी भूमिका अदा की है। महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आवागमन में रेलवे की अहम भूमिका रही। रेलवे ने टिकट बिक्री का भी रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा यात्रियों के लिए कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराई गईं। महाकुंभ के दौरान कई विशेष ट्रेन चलाई गई हैं।
सोर्स: IANS
Updated on:
12 Mar 2025 07:39 pm
Published on:
12 Mar 2025 07:38 pm
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