
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा सांसद असदुद्दीन ओवैसी को पाकिस्तान चले जाना चाहिए
प्रयागराज। अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद पर बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर मुस्लिमों के सबसे बड़े पक्षकार सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने रिव्यू पिटिशन दायर न करने का फैसला लिया है। जिसके बाद संतों की संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने स्वागत किया है।अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर नहीं करने और 5 एकड़ जमीन को लेने का निर्णय स्वागत और सम्मान योग्य है।
महंत नरेंद्र गिरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के इस फैसले से सामाजिक समरसता बढ़ेगी सौहार्द बढ़ेगा और दोनों पक्षों में प्रेम बढ़ेगा। साथ ही पूरे विश्व में इसका सुंदर संदेश जाएगा। उन्होंने कोर्ट के फैसले का सम्मान करने के अपने वायदे को पूरा किया है। हालांकि उन्होंने मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड और ऑल इंडिया मजलिसए इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह लोग निजी स्वार्थ के चलते रिव्यू पिटीशन दाखिल करने की बयान बाजी कर रहे हैं। लेकिन देश का अमन पसंद मुसलमान देश में शांति चाहता है।
उन्होंने कहा कि अब ऑल इंडिया मजलिसए इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं की दाल इस देश में नही गलने वाली है। कहा कि ओवैसी को देश छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए महंत नरेंद्र गिरि ने एक बार फिर से कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा। देश में शांति बनी रहेगी। देश के शान्ति प्रिय लोग किसी भी कीमत पर सौहार्द को नही खराब होने देंगे। बता दें की फैसलें से पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महंत नरेद्र गिरी ने समझौते के लिए बड़ी कोशिश की थी। हालाकि मध्यस्थता करने में उन्हें सफलता नही मिली थी। महंत नरेंद्र गिरी विश्व प्रसिद्ध बाघम्बरी गद्दी मठ के पीठाधिश्वर है । दूसरी बार उन्हें सनातन परम्परा में नागा संतो सहित सभी तेरह अखाड़ों के प्रमुख चुने गये है।
Published on:
27 Nov 2019 01:44 am
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