5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…, देर रात तक श्रद्धालुओं का रहा रेला, जगह-जगह लगाया गया भंडारा

Janmashtami 2025: रायगढ़ जिले में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित पांच दिवसीय जन्माष्टमी मेले का शुरू हो चुका है।

2 min read
Google source verification
नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…, देर रात तक श्रद्धालुओं का रहा रेला, जगह-जगह लगाया गया भंडारा(photo-patrika)

नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…, देर रात तक श्रद्धालुओं का रहा रेला, जगह-जगह लगाया गया भंडारा(photo-patrika)

Janmashtami 2025: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित पांच दिवसीय जन्माष्टमी मेले का शुरू हो चुका है। मथुरा की तर्ज पर सजाए गए झांकियों और मंदिरों की भव्यता देखने रायगढ़ जिले के साथ ही आसपास के जिलों और पड़ोसी राज्य ओडिशा से भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। पूरा शहर भक्तिमय माहौल में डूबा रहा।

Janmashtami 2025: जगह-जगह लगाया गया भंडारा

श्याम मंदिर और गौरी शंकर मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्त परिवार सहित मंदिर पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण की झांकियों का दर्शन करते और आरती में शामिल होते दिखाई दिए। मंदिर प्रांगण रंग-बिरंगी झालरों और विद्युत सजावट से जगमगा उठा।

वहीं शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों को भी दीपमालाओं और फूलों से सजाया गया, जिससे पूरे क्षेत्र का धार्मिक वातावरण और भी दिव्य हो गया। श्याम मंदिर और गौरी शंकर मंदिर में सजाए गए झांकिया श्रद्धालुओं का मन हो रहा है।

सुबह से झांकियों का दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु

झांकियाें में भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप, गोवर्धन लीला, माखन चोरी और कंस वध जैसे प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। सुबह से देर रात तक शहर के विभिन्न हिस्सों से निकलने वाली झांकियों में कृष्ण-राधा की अद्भुत झलक देखने मिली।

बच्चों और महिलाओं ने विशेष रूप से रंग-बिरंगे परिधानों में झांकियों में भाग लिया। झांकियों में सामाजिक संदेश भी समाहित थे, जैसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान। श्रद्धालु झांकियों के दर्शन के लिए घंटों कतार में खड़े दिखाई दिए।

ओडिशा और आसपास जिलों से पहुंचे श्रद्धालु

रायगढ़ जिला ही नहीं, बल्कि जांजगीर-चांपा, सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिलों के अलावा पड़ोसी प्रांत ओडिशा से भी सैकड़ों श्रद्धालु इस मेले का हिस्सा बने। श्रद्धालुओं ने कहा कि रायगढ़ की जन्माष्टमी का अपना अलग महत्व है। यहां की भव्यता और आयोजन हर साल उन्हें खींच लाता है।

जन्माष्टमी के अवसर पर छोटे बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला। नन्हे-मुन्नों ने भगवान श्रीकृष्ण और राधा की वेशभूषा धारण कर झांकियों में भाग लिया। छोटे-छोटे कृष्ण और राधा को देख श्रद्धालु आनंदित हो उठे और लोग उनके साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए उमड़ पड़े।

पुलिस बल तैनात

श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। मेले स्थल और प्रमुख मंदिरों के बाहर पुलिस बल तैनात रहा। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष मार्ग निर्धारित किए गए। जगह-जगह पार्किंग स्थल बनाए गए, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

जगह-जगह लगाया गया भंडारा

जन्माष्टमी पर्व पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं। उनकी सुविधा को देखते हुए गौरी शंकर मंदिर के पास करीब चार जगहों पर भंडारा लगाया गया है। इस तरह राम निवासी टाकीज चौक के पास, नगर निगम परिसर व रेलवे स्टेशन के पास भी भंडारा गया गया है। साथ ही अन्य जगहों पर भी भंडारा चल रहा है। यह भंडरा सुबह से शुरू होता है और देर रात तक चलता है।