
आंबेडकर अस्पताल रायपुर ( Photo -patrika )
CG Hospital: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर के आंबेडकर अस्पताल के एसीआई में कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टरों को खुद की लैब की जांच रिपोर्ट पर भरोसा नहीं है। इसलिए वे मरीजों का ब्लड सैंपल तिवारी लैब में भिजवा रहे हैं। लैब का व्यक्ति खुद सैंपल लेकर जा रहा है। पीटीआईएनआर, आरएफटी, सीबीसी के लिए एक मरीज के परिजन ने 900 रुपए दिए। इसकी रसीद भी नहीं दी गई। कहा गया कि रसीद नहीं मिलेगी, रिपोर्ट मिल जाएगी।
‘पत्रिका’ ने हाल में पीटी आईएनआर जांच की गलत रिपोर्ट पर खबर प्रकाशित की थी। डॉक्टरों का कहना है कि यहां की रिपोर्ट सही नहीं आती इसलिए मरीजों को प्राइवेट लैब से भी जांच करवाने के लिए कहा जाता है। लेकिन रीनल फंक्शन टेस्ट व कंप्लीट ब्लड काउंट की जांच भी बाहर करवाई जा रही है। रायपुर के एक मरीज की एंजियोग्राफी शुक्रवार को होनी है। इसके लिए एक जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर ने ये टेस्ट लिखा और तिवारी लैब से आए व्यक्ति को 900 रुपए देने को कहा। मरीज ने विरोध भी किया तो कहा गया कि अस्पताल में ब्लड जांच के लिए री-एजेंट नहीं है। ऐसे में प्राइवेट लैब में जांच करवानी होती। मरीज के परिजन ने पैसे भी दे दिए।
ये आरएफटी बायो केमेस्ट्री व सीबीसी पैथोलॉजी लैब में जांच हो रही है। इसके लिए फिलहाल पर्याप्त रीएजेंट भी है। ऐसें में जेआर ने मरीज के परिजन को भ्रमित कर दिया। स्टाफ का कहना है कि ज्यादातर जांच तिवारी लैब से करवाई जा रही है। इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसबीएस नेताम ने कहा कि अस्पताल में पर्याप्त रीएजेंट है। सभी जांच हो रही है। कार्डियोलॉजी विभाग से प्राइवेट लैब सैंपल भेजे जाने की जानकारी नहीं है।
Updated on:
13 Sept 2024 10:18 am
Published on:
13 Sept 2024 10:17 am
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