
CG News: आयकर विभाग को एंबुलेंस संचालकों ने 32 करोड़ की अघोषित आय को सरेंडर कर दिया। तलाशी के दौरान टैक्स चोरी करने, लेनदेन में गड़बड़ी और बोगस बिलिंग करने के दस्तावेज मिले थे। इसके संबंध में पूछताछ करने पर एंबुलेंस संचालकों ने कर चोरी करना स्वीकार कर रकम सरेंडर कर दिया। कंपनी द्वारा यह चोरी अपने कर्मचारियों के वेतन भत्ते, ईपीएफ में गडबड़ी के जरिए की जा रही थी।
हर साल कर्मचारियों को अपनी अन्य फर्मों में स्थानांतरित कर नई नियुक्ति बताकर देनदारी में गड़बडी़ कर रहे थे। वहीं अपनी स्थापना लागत और खर्चों को अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा था। इसके लिए फर्जी बिलिंग कर आय से अधिक खर्च बताए जा रहे थे। आईटीआर और बोगस खर्च दिखाकर क्लेम करने और खर्च ज्यादा दिखाकर प्राफिट को कम दिखाया जा रहा था। इसके जरिए टैक्स चोरी का खेल चल रहा था।
एंबुलेंस संचालकों द्वारा टैक्स चोरी करना स्वीकार करने के बाद आईटी की टीम सभी का बयान दर्ज कर दस्तावेजों को जब्त करने में जुटी हुई है। टैक्स चोरी से संबंधित इलेक्ट्रानिक डिवाइस और दस्तावेजों को जब्त करने के बाद टीम देररात लौटेगी। आईटी के अधिकारियों ने बताया कि इस कंपनी से जुडे़ करीब 12 अन्य फर्मो के दस्तावेज भी मिले है।
CG News: इसमें संदिग्ध लेनदेन, बोगस बिलिंग और फर्जी एंट्री मिली है। उक्त सभी फर्मो के दस्तावेजों की जांच कर सभी के संचालकों को समंस जारी कर पूछताछ के लिए बुलवाया जाएगा। बता दें कि एंबुलेंस कंपनी के कर्मचारी कम वेतन, भत्ते और ईपीएफ में गड़बड़ी को लेकर आंदोलन कर चुके हैं। यह सर्वे मुख्य आयकर आयुक्त (सीसीआईटी) अपर्णा करन और प्रधान आयकर आयुक्त (पीसीआईटी) प्रदीप हेडाउ की निगरानी में किया गया।
Updated on:
14 Feb 2025 07:43 am
Published on:
14 Feb 2025 07:42 am
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