10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हॉर्वर्ड से 2021 में होने वाले कार्यक्रम के लिए फिर मिला आमंत्रण

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोले जातियों के सामाजिक, आर्थिक मजबूती के लिए 'मनखे मनखे एक समान' के आदर्श और प्रज्ञा, करुणा, मैत्री के आधार पर सामाजिक सरोकार को बढ़ाना होगा

2 min read
Google source verification
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हॉर्वर्ड से 2021 में होने वाले कार्यक्रम के लिए फिर मिला आमंत्रण

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हॉर्वर्ड से 2021 में होने वाले कार्यक्रम के लिए फिर मिला आमंत्रण

रायपुर| छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को हार्वर्ड विश्वविद्यालय के भारत सम्मेलन में शामिल हुए, जहां आदिवासी बहुल राज्य के मुख्यमंत्री को सुनने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई। कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग जुटे। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार बघेल ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार और कृषि विकास पर सुझाव दिए। वहीं हार्वर्ड के शोधार्थियों व विद्वानों की हर जिज्ञासाओं का मुख्यमंत्री ने बेबाकी से जवाब दिया। मुख्यमंत्री बघेल को अगली बार भी सम्मेलन (2021) में शामिल होने का निमंत्रण मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा, "जब तक जातियों को राजनीति में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता है, तब तक हम उत्पादन का अधिकार एवं गौरवपूर्ण नागरिकता को सुरक्षित नहीं कर पाएंगे। हम बाबा साहब अंबेडकर के दिखाए रास्ते पर चलकर ही मजबूत राष्ट्र बना सकते हैं।"

खुशखबर : पशु चिकित्सक बनने 162 पदों पर निकली बंपर भर्ती, होगी 39100 सैलरी

उन्होंने कहा कि जातियों के सामाजिक, आर्थिक मजबूती के लिए 'मनखे मनखे एक समान' के आदर्श और प्रज्ञा, करुणा, मैत्री के आधार पर सामाजिक सरोकार को बढ़ाना होगा।

बघेल ने कहा कि गांधी के रास्ते पर चलते हुए गावों के स्वावलंबन को बढ़ाना होगा। समृद्ध राष्ट्र और सम्मानित समाज और निर्भय नागरिक निर्माण का काम तभी हो सकेगा। नए समाज में जातिभेद, वर्गभेद से ऊपर उठकर ही सबल राष्ट्र का निर्माण हो सकेगा।

395 पदों की भर्ती के लिए प्लेसमेंट कैम्प: रायपुर, कोंडागांव, राजनांदगांव, सूरजपुर, अम्बिकापुर और मुंगेली में इस तारीख को होगी भर्ती

मुख्यमंत्री ने अपना उद्बोधन स्वामी विवेकानंद के उस वाक्य से किया, जिसमें उन्होंने कहा था, "मैं उस देश का प्रतिनिधि हूं, जिसने मनुष्य में ईश्वर को देखने की परंपरा को जन्म देने का साहस किया था और जीव में ही शिव है और उसकी सेवा में ही ईश्वर की सेवा है।"

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन के बाद हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के भी जबाव दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के बाबत 'नरवा, गरवा, घुरवा और बारी' योजना चलाई जा रही है।

अगर आप 12वीं पास है तो पीडब्ल्यूडी में निकली डाटा एंट्री ऑपरेटर, सहायक ग्रेड तीन और स्टेनोटायपिस्ट के लिए 98 पदों पर बम्पर भर्ती

नक्सलवाद की समस्या पर पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन क्षेत्रों से अशिक्षा, गरीबी, भुखमरी और शोषण को दूर किए जाने से इस समस्या से मुक्ति मिल सकेगी।

8वीं पास वालों के लिए छत्तीसगढ़ लोक निर्माण विभाग में निकली 80 पदों पर बंपर भर्ती, जल्द करें आवेदन

घर में जिस्मफरोशी कराते सरकारी स्कूल की शिक्षिका रंगेहाथों पकड़ाई, संदिग्ध स्थिति में कई जोड़े मिले