यह भी पढ़ें: अभी और बढ़ेगा कोरोना का खतरा, स्वास्थ्य मंत्री ने जताया इतने मौतों और संक्रमण का अंदेशा
मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में उल्लेख किया है कि हम ‘नया रायपुर’ को इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी / आईटीईएस और जैव प्रौद्योगिकी उद्योग के लिए आदर्श निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित किये जाने को बढ़ावा दे रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इस इको-सिस्टम का अत्यंत महत्वपूर्ण घटक है। अंतरराष्ट्रीय उद्यमियों और निवेशकों के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से निवेश की गति को प्रोत्साहन मिलेगा। आजीविका की तलाश में राज्य से बाहर पलायन की स्थिति कम होगी। साथ ही रोजगार के अवसर उत्पन्न होने से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के विकास को गति मिलेगी। राज्य में निर्यात के लिए हमारी तैयारियों को प्रदर्शित करते हुए राज्य और जिलास्तरीय निर्यात संवर्धन समितियाँ पहले ही क्रियाशील हो गई हैं।यह भी पढ़ें: COVID-19 वैक्सीन की कीमतों में असमानता पर CM भूपेश ने PM मोदी को लिखा पत्र
इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 344 एकड़ भूमि अंतरराष्ट्रीय मानकों के लिए रनवे का विस्तार करने के लिए प्रदान की गई है। रनवे की लंबाई 7500 फीट तक बढ़ा दी गई है। पुराने टर्मिनल भवन को कार्गो हब में परिवर्तित करने की सैद्धांतिक मंजूरी पहले से ही प्रदान कर दी गई है। राज्य सरकार पुराने टर्मिनल को कार्गो हैंडलिंग फैसिलिटी के रूपांतरण में शामिल खर्च को वहन करने को तैयार हैं। स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित करना महान संत विवेकानंद जी को एक श्रद्धांजलि होगी।