‘पत्रिका’ से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष्मान से इलाज की पुष्टि करते हुए कहा कि इससे संबंधित तमाम गाइडलाइन वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। मरीज इसका लाभ ले सकते हैं। गौरतलब है कि निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हो रहे हैं और इलाज का बिल लाखों में बन रहा है। मुख्य रूप से आईसीयू, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन का खर्च अधिक है। अब यह सबकुछ आयुष्मान के अंतर्गत सरकार वहन करेगी। उधर, सरकार का 2020 का वह आदेश भी लागू है जिसमें बेड चार्ज तय किए गए थे। यहां यह भी स्पष्ट कर दें कि योजना के तहत न आने वाले मरीजों को स्वयं इलाज का खर्च वहन करना होगा।
इस प्रकार हैं दरें
एनएबीएच संबद्ध अस्पताल- आईसीयू के लिए 4000 रुपए प्रतिदिन, वेंटीलेटर के साथ 11 हजार रुपए और बिना वेंटीलेटर के साथ आईसीयू 8,500 रुपए प्रतिदिन। एनएबीएच गैर संबद्ध अस्पताल- यहां सिर्फ बिना वेंटीलेटर के साथ आईसीयू में 7,500 रुपए दर निर्धारित की गई है।
ये शुल्क शामिल नहीं- कोविड जांच, दवाइयां, सीटी स्कैन और एमआरआई जांच का शुल्क मरीजों को वहन करना होगा।
एनएबीएच संबद्ध अस्पताल- आईसीयू के लिए 4000 रुपए प्रतिदिन, वेंटीलेटर के साथ 11 हजार रुपए और बिना वेंटीलेटर के साथ आईसीयू 8,500 रुपए प्रतिदिन। एनएबीएच गैर संबद्ध अस्पताल- यहां सिर्फ बिना वेंटीलेटर के साथ आईसीयू में 7,500 रुपए दर निर्धारित की गई है।
ये शुल्क शामिल नहीं- कोविड जांच, दवाइयां, सीटी स्कैन और एमआरआई जांच का शुल्क मरीजों को वहन करना होगा।