रायपुर में एक बार फिर सबसे ज्यादा 2524 मरीज मिले, यह आंकड़ा भी बीते दिनों की तुलना में कम है। मगर, इन सबके बीच कोरोना की दूसरी लहर में पहली बार मिलने वाले मरीजों से ज्यादा मरीज स्वस्थ हुए। 14075 मरीज स्वस्थ हुए। इनमें अस्पताल से 189 और 13886 होम आइसोलेशन से मुक्त हुए। मगर, सबसे बड़ी चिंता है मौत के ग्राफ का लगातार ऊपर चढऩा।
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रविवार को 170 लोगों ने इस बीमारी से जान गवाईं, जिनमें 112 मौतों की वजह सिर्फ और सिर्फ कोरोना रही। यह मौतों की अब तक का सबसे बड़ी संख्या है। इन मरीजों को दूसरी कोई बीमारी नहीं थी। ये संक्रमित हुए और मौत हो गई। मरने वालों में 67 मरीज रायपुर के रहने वाले थे। एक्टिव मरीजों की संख्या पहली बार हुई कम
प्रदेश में 12345 मरीजों के मिलने और 14075 मरीज के स्वस्थ होने की वजह से लगातार बढ़ता एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहली बार कम हुआ। अब 128019 एक्टिव मरीज हैं, जिनमें अकेले रायपुर में 24288, दुर्ग में 16218 और राजनांदगांव में 11626 हैं। स्थिति यह है कि प्रदेश का एक भी ऐसा जिला नहीं है जहां 100 से कम एक्टिव मरीज हों। जबकि मार्च में सुकमा और बीजापुर ऐसे जिले थे जहां एक्टिव मरीजों की संख्या शून्य थी।