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CG Election 2023: रजिस्ट्री में चुनावी असर, त्योहारी सीजन में कम हो रही रजिस्ट्रियां

CG Election 2023: चुनाव का असर राजधानी के प्राॅपर्टी के कारोबार में पड़ रहा है। शहर के बिल्डरों को दुर्गा पूजा से दिवाली तक कारोबार में बूम की उम्मीद रहती है, लेकिन आंकड़े इसके उलट रहे।

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Election impact in registry, registries are decreasing Raipur news

रजिस्ट्री में चुनावी असर, त्योहारी सीजन में कम हो रही हैं रजिस्टि्रयां

रायपुर। CG Election 2023: चुनाव का असर राजधानी के प्राॅपर्टी के कारोबार में पड़ रहा है। शहर के बिल्डरों को दुर्गा पूजा से दिवाली तक कारोबार में बूम की उम्मीद रहती है, लेकिन आंकड़े इसके उलट रहे। अगस्त में 5459, सितम्बर में 5229 और त्योहारी सीजन होने के बावजूद अक्टूबर में 4804 रजिस्ट्रियां हुई हैं। नवंबर माह में भी अभी दस दिनों में आम महीनों की अपेक्षा कम ही रजिस्टि्रयां हो रही हैं। प्रॉपर्टी में अगस्त महीने तक जबरदस्त बूम आया था। कहीं लोगों ने प्लॉट खरीदे तो कहीं फ्लैट। पंजीयन कार्यालय भी गुलजार रहा। लेकिन अब यही प्रॉपर्टी में आया बूम गिरता नजर आ रहा है।

पंजीयन कार्यालय में बीते माह की अपेक्षा रजिस्ट्रियों की संख्या में कमी आ गई। बिल्डर पुराना धमतरी रोड, कचना रोड, विधानसभा रोड में नए टाउनशिप में स्वतंत्र मकान और फ्लैट बना रहे थे। त्योहारी सीजन होने के बावजूद भी ग्राहक ढूंढने में पसीने आ रहे हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि अभी नवरात्रि, दिवाली का सीजन है। ऐसे में कुछ भूखंडों की बिक्री हो रही थी। अब चुनाव करीब आ रहा है।

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पंजीयन विभाग के आंकड़े

पंजीयन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो जुलाई में रजिस्ट्रियों की संख्या 5712, अगस्त में 5459, सितम्बर में 5229 व अक्टूबर में अब तक 4804 रजिस्ट्रियां हुई हैं। यानी इनकी संख्या में हर माह में गिरावट आई। यही नहीं, बैनामे भी कम हुए।

आचार संहिता से ऐसे लगा झटका

एक्सपर्ट कहते हैं कि जमीन खरीदनी हो या फिर फ्लैट या मकान लेना हो। ये खरीद-फरोख्त अधिकांशत: दो नंबर में अधिक होती है। ऐसे में लोग नकदी लेकर निकलते हैं। इस समय आचार संहिता लगी है। लोग नकदी लेकर निकलेंगे तो कहीं न कहीं जांच में पकड़े जाएंगे और ऐसे में वह इस पैसे का हिसाब नहीं दे पाएंगे। आयकर विभाग की भी नजर ऐसे पैसों पर है। इसलिए भी जमीन की खरीद कुछ दिन में कम होने की संभावना है।
लक्ष्य से आगे हैं।

निर्धारित वार्षिक लक्ष्य से प्लस में है। इस माह रजिस्ट्रियों की संख्या में थोड़ी कमी आई है। साथ ही बैनामे भी कम हुए हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं। - अशुतोष कौशिक, मुख्य पंजीयक, रायपुर पंजीयन विभाग

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