
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: साइबर अपराध के खिलाफ पत्रिका की ओर से एक अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें साइबर फ्रॉड जैसे क्राइम को रोकने के लिए सभी पुलिस रेंज में थाना खोला गया है। पत्रिका के इस अभियान में पुलिस का भरपूर सहयोग मिल रहा है, जिससे लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। पुलिस टीम साइबर अपराध के मामलों का निपटारा कर रही है।
बता दें कि प्रदेश के सभी पुलिस रेंज में एक-एक साइबर रेंज थाना खोला गया है। यह अच्छी पहल है, लेकिन सुविधाओं और स्टॉफ भी पर्याप्त देना होगा। अन्यथा यह खानापूर्ति साबित होगा। रायपुर में साइबर रेंज थाना शुरू होने का असर दिखने लगा है।
पिछले 4 माह में साइबर ठगी के 37 मामलों के 28 आरोपियों को पकड़ चुके हैं। उनसे 2 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। 4 करोड़ होल्ड कराए गए हैं। रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ने ठगी की होल्ड राशि पीड़ितों को लौटाने के लिए रेंज साइबर थाने की टीम को लोक अदालत में जाने के लिए कहा है।
बैंकों का साइबर फ्रॉड पर गंभीर नहीं। बैंकों में साइबर नोडल अधिकारी नहीं होने से पुलिस को समय पर जानकारी नहीं मिल पाती। नोडल साइबर बैंक और पुलिस के बीच सेतु का काम करते हैं।
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रायपुर जिले में ही हर साल साइबर ठगी के जरिए 20 करोड़ से अधिक की चपत लग रही है। इस राशि के वापस मिलने की कोई गारंटी नहीं रहती। बैंक, पुलिस और कोर्ट में अलग-अलग नियम-कायदों के चलते पीड़ितों को राशि वापस नहीं मिल पाती।
होल्ड हुई राशि भी कुछ ही लोगों मिल पाई। रायपुर साइबर सेल अब तक 6,41,94,821 होल्ड कराया है। 10 लाख रुपए ही पीड़ितों को वापस मिल पाए हैं। पीएचक्यू साइबर टीम 22 करोड़ 68 लाख रुपए होल्ड करवा चुकी है।
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: फ्रॉड होने के अधिकतम 24 घंटों के अंदर साइबर सेल में सूचना देने से मिल सकती है गंवाई गई राशि
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Updated on:
30 Nov 2024 07:27 pm
Published on:
30 Nov 2024 07:26 pm
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