
रायपुर में बनेगा शिल्प ग्राम और शिल्प नगरी, कारीगरों को मिलेगा नया बाजार, बढ़ेंगे रोजगार...(photo-patrika)
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में ग्रामोद्योग से गांवों में रोजगार बढ़ेंगे। इसके साथ ही कारीगरों को बेहतर मंच देने के लिए प्रदेश में शिल्प ग्राम और शिल्प नगरी के निर्माण की योजना बनाई जाएगी। यह बातें ग्रामोद्योग, स्कूल शिक्षा एवं विधि विधायी मंत्री गजेंद्र यादव ने समीक्षा बैठक में कहीं। शुक्रवार को न्यू सर्किट हाउस के कॉन्फ्रेंस हॉल में विभाग की समीक्षा के दौरान रेशम, हथकरघा, खादी, हस्तशिल्प एवं माटीकला बोर्ड की कार्य प्रगति का विस्तार से आकलन किया गया।
मंत्री यादव ने बताया कि कुटीर उद्योगों से राज्य में लगभग 3.15 लाख हितग्राही विभिन्न रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलों और विकासखंडों में रीपा भवनों में ग्रामोद्योग की गतिविधियां संचालित कर अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए। इसके साथ ही निर्णय लिया गया कि दोना-पत्तल, कांसा, गोबर से जैविक खाद, पपीता से गुलकंद, फर्नीचर जैसे छोटे उद्योगों की स्थापना कर हितग्राहियों को वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
राज्य शासन ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि शासकीय विभागों में केवल राज्य के बुनकरों और कारीगरों द्वारा निर्मित सामग्री की ही आपूर्ति हो। साथ ही रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में शिल्प ग्राम एवं शिल्प नगरी के निर्माण की कार्ययोजना बनाई जाएगी, ताकि कारीगरों को बेहतर विपणन सुविधा मिले और राज्य की शिल्पकला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जा सके। बैठक में विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
Published on:
06 Sept 2025 08:52 am
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