
सड़कों से गायब ज़ेब्रा क्रॉसिंग! ई-चालान के शिकार हो रहे वाहन चालक, हादसे का बढ़ा खतरा..(photo-patrika)
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर के चौक-चौराहों पर बनी स्टॉप लाइन गायब हो चुकी है। यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को यह पता नहीं चल पाता है कि कहां रुकना? इसके चलते कई लोग आगे बढ़ जाते हैं। इससे सिग्नल जंप का ई-चालान भी हो जाता है। इसके अलावा कई जगह जेब्रा क्रॉङ्क्षसग के निशान भी मिट गए हैं। इससे पैदल चलने वालों को दिक्कत होती है।
सिग्नल होने पर भी पैदल चलने लगते हैं। इससे दुर्घटना होने की आशंका रहती है। अधिकांश चौराहों पर लगे लेफ्ट टर्न के पोल भी उखड़ व टूट चुके हैं। इससे वाहन चालकों को लेफ्ट टर्न होने में दिक्कत हो रही है। इससे जाम भी लग रहा है।
पिछले 8 माह में शहर के अलग-अलग चौक-चौराहों पर ट्रैफिक नियम तोडऩे के मामले में 1 लाख 61 हजार 188 ई-चालान कट चुके हैं। हालांकि इसमें स्टॉप लाइन उल्लंघन के मामले नहीं हैं। ज्यादातर दूसरे तरह के उल्लंघन के कारण चालानी कार्रवाई हुई है।
शास्त्री चौक, कलेक्टोरेट चौक, फाफाडीह चौक, जयस्तंभ चौक, फूलचौक, पचपेड़ीनाका चौक, तेलीबांधा, शंकर नगर, कालीबाड़ी चौक, लोधीपारा चौक आदि सहित शहर में 50 चौक-चौराहे हैं, जहां ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं। कुछ स्थानों का ट्रैफिक सिग्नल बंद कर दिया गया है। इनमें से अधिकांश में स्टॉप लाइन नहीं है। इससे चौराहों से गुजरने वाले दोपहिया, चौपहिया चालकों को दिक्कत होती है।
सडक़ पार करने के लिए बने ज़ेब्रा क्रॉसिंग के निशान मिट जाने से अब वाहनों की रफ्तार पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। नतीजतन पैदल यात्रियों को बीच सडक़ पर रुक-रुककर गाडय़िां निकलने का इंतज़ार करना पड़ता है। स्कूल जाने वाले बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो चुकी है। ज़ेब्रा क्रॉसिंग और ट्रैफिक सिग्नल का सही रखरखाव सडक़ हादसों की रोकथाम के लिए बेहद जरूरी है। अगर समय पर ध्यान नहीं दिया गया, तो शहर में दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ सकता है।
रायपुर ट्रैफिक डीएसपी सतीश ङ्क्षसह ने कहा स्टॉप लाइन, जेब्रा क्रॉङ्क्षसग नगर निगम, पीडब्ल्यूडी करवाती है। इसके लिए संबंधित डिपार्टमेंट को पत्र लिखा जाएगा। स्टॉप लाइन पर फिलहाल ई-चालान नहीं काटा जा रहा है। गलत दिशा, बिना हेलमेट, तीन सवारी आदि पर ई-चालान किया जा रहा है।
शहर के अधिकांश चौक-चौराहों पर लेफ्ट टर्न के लिए प्लास्टिक के पोल लगाए गए थे। इससे लेफ्ट टर्न होने वाले वाहन चालकों को सुविधा होती थी, लेकिन ये पोल टूट गए हैं। इनके स्थान पर दूसरा नहीं लगाया गया है। न ही किसी तरह की मार्किंग की गई है। इससे लेफ्ट टर्न पर भी वाहन खड़े हो जाते हैं। इससे पीछे वाले वाहनों को गुजरने के लिए जगह नहीं मिल पाती है।
शहर में वाहन चालक सबसे ज्यादा रॉन्ग साइड में चलते हैं। अलग-अलग स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से काटे गए ई-चालान में सबसे ज्यादा संख्या गलत दिशा में गाड़ी चलाने वालों की है। पिछले 8 माह में गलत दिशा में वाहन चलाने के कुल 72 हजार 735 मामले दर्ज हुए हैं। यह बिना हेलमेट, रेड लाइट जंप करने, तीन सवारी चलने से ज्यादा हैं। रॉन्ग साइड के लिए चौक-चौराहों के अलावा प्रमुख मार्गों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
Published on:
08 Sept 2025 09:41 am
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