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‘फ्लू वायरस’ की आहट, ‘खांसी-बुखार’ आने पर जरूर मानें डॉक्टर की ये 7 सलाह

MP News: लोगों को लंबे समय तक बुखार ठीक नहीं हो रहा और हर चार से पांच घंटे में बुखार आ रहा है। सर्दी, खांसी वाली एलर्जी भी ठीक नहीं हो पा रही।

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फोटो सोर्स: पत्रिका

फोटो सोर्स: पत्रिका

MP News: मौसम के बदलाव का असर सीधा सेहत पर पड़ा है। इसके चलते लोग बीमार पड़ रहे हैं। बीते सप्ताहभर में मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ावा हुआ है। वायरल के साथ ही सर्दी, जुखाम के मरीज बढ़े हैं और बार-बार शिफ्ट में बुखार आ रहा है। विशेषज्ञ डॉक्टर्स का कहना है कि यह फ्लू वायरस की आहट है। जानकारी के अनुसार जिस हिसाब से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, उसका सीधा असर सेहत पर पड़ रहा है। यानी मरीज बीमारी की चपेट में है। फेफड़ों के संक्रमण वाले मरीज ज्यादा आ रहे हैं। एलर्जी (सर्दी, जुखाम) लंबे समय तक ठीक नहीं हो रहे हैं। यह फ्लू सीधा असर श्वसन तंत्र पर डाल रहा है, जिससे मरीजों में बीमारियां घर कर रही हैं।

खासकर लंबे समय तक बुखार ठीक नहीं हो रहा और हर चार से पांच घंटे में बुखार आ रहा है। सर्दी, खांसी वाली एलर्जी भी ठीक नहीं हो पा रही। आम तौर पर राजगढ़ जिला अस्पताल में 500 तक ओपीडी रहती है लेकिन बीते सप्ताहभर में यह आंकड़ा 1000 तक पहुंच गया है।

जिले में नहीं है वायरस को जांचने के इंतजाम

हालांकि लक्षण के आधार पर फ्लू वायरस की आहट आंकी जा रही है। क्योंकि सभी लक्षण ऐसे ही सामने आ रहे हैं और अधिकतर मरीजों में देखे जा रहे हैं लेकिन इस संक्रमण को जांचने के लिए जिला अस्पताल में प्रबंध नहीं हैं। यानी फ्लू वायरस की जांच यहां हो नहीं पाती, इसीलिए मरीज असमंजस में रहते हैं। यहां की स्थानीय जांचों के आधार पर ही उनका उपचार शुरू किया जाता है। फिलहाल लक्षणों के आधार पर डिहाइड्रेशन से बचने के सुझाव दिए जा रहे हैं।

कोरोना जैसा ही फ्लू वायरस, सावधानी भी वैसी ही

डॉक्टर्स बताते हैं कि फ्लू वायरस फैलने वाली बीमारी है। इसके आ जाने से बार-बार बुखार आता है। दवाइयां लेने के बाद भी शिफ्ट में चार से पांच घंटे के अंतराल में बुखार आता है। साथ ही एलर्जी (सर्दी, जुखाम) लंबे समय बनीं रहती है। यह रेस्पिरेटरी सिनसिशियल वायरस कैटेगिरी का है। जो कोरोना के जैसा ही है। इसका संक्रमण भी तेजी से फैलता है। ऐसे में इससे बचने की जरूरत है।

अधिक पानी पीएं

हम प्रतिदिन 200 से अधिक मरीज देख रहे हैं। इनमें हमें लक्षण फ्लू वायरस जैसे ही दिख रहे हैं। वायरल, सर्दी, खांसी के साथ ही तेजी से लोगों के प्लेट्लेट्स गिर रहे हैं। इसमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। बार-बार हैंड सेनेटाइज करते रहें, भीड़ में जाने से बचें और मॉस्क का उपयोग करें। अधिक से अधिक पानी पीएं और तकलीफ होने पर तत्काल डॉक्टर्स को बताएं। -डॉ. योगेश दांगी, एमडी मेडिसीन, जिला अस्पताल, राजगढ़

फ्लू से बचने के लिए डॉक्टर्स की सलाह

-बुखार आने और बदन दर्द करने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।

-घर में किसी को सर्दी, जुखाम, खासी होने पर आइसोलेट रखे, ताकि अन्य लोगों में न फैले।

-सार्वजनिक स्थानों, दफ्तरों में जाने के दौरान मॉस्क पहनें।

-गले में खराश होने पर गर्म पेय पदार्थ पीएं, गरारे करें।

-पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और शरीर को आराम दें।

-भीड़-भाड़ में जाने से बचें।

-सरकारी अस्पतालों में ही उपचार करवाएं, झोलाछाप के फेर में न आएं।