mp news: मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में जिला अस्पताल में फर्जी भुगतान, फर्जी नौकरी के बाद अब जिले में फर्जी मार्कशीट का मामला सामने आया है। शहर के एक कम्प्यूटर संचालक के यहां से करवाई गई 10-12वीं के बाद दी गई मार्कशीट फर्जी निकली है। आवेदक ने जब नौकरी के लिए मार्कशीट लगाई तो मार्कशीट के फर्जी होने का पता चला जिसके बाद आवेदक ने कलेक्टर से शिकायत की और फिर पुलिस ने एक्शन लिया है।
शहर के जीनियस कम्प्यूटर सेंटर से ये मार्कशीट बनाई गई थी। पुलिस ने गुरूवार दोपहर को सेंटर पर छापा मारा और दस्तावेज खंगालने के साथ सेंटर को बंद करवा दिया। संचालक कुणाल मेवाड़े को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने सेंटर की सभी मार्कशीट निकलवाई हैं और कम्प्यूटर की जांच की हैं। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड और दिल्ली बोर्ड कीमार्कशीट इस सेंटर पर बनाई जाती हैं और कई लोगों ने फर्जी मार्कशीट बनवाई है।
शिकायतकर्ता कुमैर सिंह भिलाला निवासी नाटाराम ने बताया कि 50 हजार देकर मार्कशीट बनवाई लेकिन वो फर्जी निकली। कुमैर सिंह ने कहा कि उसने पत्नी को 10-12वीं दिल्ली यूनिवर्सिटी से करवाई थी, इसकी मार्कशीट सेंटर वाले ने दी थी। आंगनबाड़ी में नौकरी के लिए मार्कशीट लगाई तो पता चला कि यह फर्जी है, ऑनलाइन साइट पर अपडेट ही नहीं है। पूर्वी विद्या निकेतन पीटी कंपनी में परीक्षा सेंटर था। ओपन स्कूल की परीक्षा सेंटर वाले ने दिलवाई थी। बोला था कि दिल्ली बोर्ड से मान्यता है, भारत में कहीं भी मार्कशीट चल जाएगी लेकिन वह फर्जी निकली।
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वहीं हिरासत में लिए गए जीनियस कंप्यूटर सेंटर के संचालक कुणाल मेवाड़े का कहना है कि हमने दिल्ली बोर्ड से इन्हें 10-12वीं की मार्कशीट दी थी, पहले ऑनलाइन शो करवाई थी लेकिन अब शो नहीं हो रही। हालांकि फर्जी नहीं है, कागज रजिस्ट्रेशन है, अपडेट नहीं हो रही है। 10वीं के 10 हजार और 12वीं के हम 12 हजार रुपए लेते हैं। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
Updated on:
12 Jun 2025 07:44 pm
Published on:
12 Jun 2025 07:40 pm