
रास्ते में ही टूट गई तीनों की सांस की डोर, फांकाकसी से लड़ पैदल ही जा रहे थे गांव
राजगढ़। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते उद्योग धंधे बंद है और मजदूर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ऐसे में कोई गुजरात से तो कोई महाराष्ट्र और राजस्थान के साथ ही पंजाब, दिल्ली से मध्य प्रदेश की सीमा से गुजरते हुए अपने घर की ओर लौट रहे हैं। ये पैदल ही भूखे-प्यासे अपने गांव की ओर जाते दिख रहे। किसी का पांव नंगा तो किसी के तन पर कपड़े नहीं। जिले के दो हाईवे से गुजर रहे इन मजदूरों की बेबसी देखी जा सकती है। अब यह बेबसी जानलेवा बनती जा रही है। राजगढ़ जिले से गुजर रहे मजदूरों में पिछले तीन दिनों में तीन मजदूर अपनी जान गंवा बैठे हैं। मजदूरों के शव का जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कर मोर्चरी में रख गया है। इनकी कोरोना रिपोर्ट आने के बाद शवों को परिजन को सौंपा जाएगा। हालांकि, लाॅकडाउन के चलते तीनों के परिजन अभी तक पहुंच नहीं सके हैं।
राजगढ़ के ब्यावरा क्षेत्र में पैदल चलकर गांव जा रहे मजदूर की गुरुवार को मौत हो गई। साथ चलते चलते वह अचानक गिरा और जबतक कोई कुछ समझ पाता उसने दम तोड़ दिया। इस मजदूर का नाम प्रशांत बताया जा रहा है। इसी तरह शुक्रवार को सारंगपुर व पचोर के बीच एक मजदूर ने दम तोड़ दिया। यूपी के मल्हारगंज के रहने वाले संतराज पुत्र श्रीकांत भी चलते चलते अचानक से गिर पड़े और इनकी मौत हो गई।
तीसरी मौत शनिवार को सारंगपुर व पचोर के बीच में ही हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यूपी के इलाहाबाद के रहने वाले ज्ञान सिंह अपने साथियों के साथ पैदल ही आ रहे थे। साथ चल रहे संजय ने बताया कि ज्ञान सिंह को सांस की बीमारी पहले से थी। चलते चलते पचोर के पास सांस अचानक से अधिक फूलने लगी। तकलीफ असहनीय होने लगी और देखते ही देखते वह गिरकर तड़पने लगा। साथी कुछ मदद कर पाते इसके पहले ज्ञान सिंह का शरीर शांत हो गया। जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग ने शव को कब्जे में ले लिया है। राजगढ़ जिला अस्पताल में शव रखा हुआ है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपल भेज दिया गया है।
Published on:
10 May 2020 03:23 pm
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