
निजी अस्पतालों में 1 सितंबर से सेवाएं बंद (Photo source- Patrika)
CG News: आयुष्मान भारत योजना के तहत निजी अस्पतालों का जनवरी 2025 से भुगतान लंबित रहने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) राजनांदगांव ने गंभीर चिंता जताई है। इस मुद्दे पर रविवार को हुई आपात बैठक में निजी अस्पताल संचालकों ने कहा कि बीते 7-8 महीनों से राशि न मिलने से वित्तीय संकट गहराता जा रहा है।
अस्पताल संचालकों ने बताया कि दवाइयां, इम्प्लांट्स, ऑपरेशन सामग्री व अन्य उपकरणों की कीमत लगातार बढ़ रही है। वहीं कर्मचारियों का वेतन, बिजली-पानी, ऑक्सीजन व अन्य आवश्यक सेवाओं का खर्च अस्पतालों को खुद वहन करना पड़ रहा है। भुगतान में देरी के कारण अधिकांश अस्पतालों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है और इस स्थिति में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देना बेहद मुश्किल हो गया है।
आईएमए राजनांदगांव अध्यक्ष डॉ. दिवाकर रंगारी और सचिव डॉ. अनिमेष गांधी ने कहा कि अब तक निजी अस्पतालों ने जनहित को देखते हुए योजना में सक्रिय सहयोग दिया है, लेकिन लगातार भुगतान रोके जाने से अस्पतालों के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है।
CG News: यदि शासन-प्रशासन ने तत्काल हस्तक्षेप नहीं किया तो इसका सीधा असर आम जनतापर पड़ेगा। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि 31 अगस्त तक लंबित भुगतान नहीं होता है, तो 1 सितंबर 2025 से आईएमए राजनांदगांव और निजी अस्पताल, रायपुर आईएमए तथा राज्य स्तरीय आईएमए के साथ मिलकर आयुष्मान योजना के अंतर्गत सेवाएं बंद कर देंगे।
Updated on:
27 Aug 2025 03:46 pm
Published on:
27 Aug 2025 03:45 pm
बड़ी खबरें
View Allराजनंदगांव
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
