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नवरात्रि पर श्रद्धालुओं के लिए खास इंतज़ाम, डोंगरगढ़ पदयात्रा मार्ग पर 8 पुलिस सहायता केंद्र…

Navratri Special 2025: छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी देवी के दर्शन के लिए प्रदेशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हैं।

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नवरात्रि पर श्रद्धालुओं के लिए खास इंतज़ाम, डोंगरगढ़ पदयात्रा मार्ग पर 8 पुलिस सहायता केंद्र...(photo-patrika)

नवरात्रि पर श्रद्धालुओं के लिए खास इंतज़ाम, डोंगरगढ़ पदयात्रा मार्ग पर 8 पुलिस सहायता केंद्र...(photo-patrika)

Navratri Special 2025: नवरात्रि के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी देवी के दर्शन के लिए प्रदेशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हैं। इन पदयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले की यातायात पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं।

Navratri Special 2025: आस्था की डगर पर सुरक्षा का पहरा

इस बार श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और उनके लंबे सफर को देखते हुए कुम्हारी से लेकर अंजोरा तक कुल 8 अस्थायी पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन सहायता केंद्रों पर न केवल यात्रियों के आराम की व्यवस्था की गई है, बल्कि उन्हें पीने का स्वच्छ पानी, फलाहार और जरूरी जानकारी देने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम (PA System) भी लगाया गया है।

एएसपी ऋचा मिश्रा ने जानकारी दी कि एसएसपी विजय अग्रवाल के निर्देश पर दुर्ग पुलिस ने इन केंद्रों को तैयार किया है। उनका कहना है कि पदयात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। यही कारण है कि जहाँ पर सर्विस रोड उपलब्ध नहीं है, वहाँ पैदल यात्रियों के लिए अलग से पैदल मार्ग बनाया गया है। इसके लिए बांस-बल्ली और स्टॉपर की मदद ली गई है, ताकि पदयात्री सुरक्षित रूप से चल सकें और किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके।

दुर्ग पुलिस ने बनाए 8 अस्थायी सहायता केंद्र

पुलिस सहायता केंद्रों पर तैनात जवान न केवल यात्रियों की सुरक्षा देखेंगे बल्कि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता भी प्रदान करेंगे। साथ ही, इन केंद्रों पर श्रद्धालुओं के आराम के लिए बैठने की सुविधा, प्रकाश व्यवस्था और रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था की गई है।

स्थानीय प्रशासन का कहना है कि इस बार व्यवस्था को और बेहतर करने की कोशिश की गई है। पदयात्रियों को भी अपील की गई है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुँचें। डोंगरगढ़ पदयात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा ही नहीं बल्कि आस्था, विश्वास और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है। हर साल लाखों श्रद्धालु पैदल चलकर माँ बम्लेश्वरी के दर्शन करने पहुँचते हैं और इस दौरान उनकी सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है।