पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रामपुर का रहने वाला सिपाही मयंक कटारिया उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में तैनात था। मयंक मंगलवार देर रात अपने पांच अन्य साथियों के साथ उत्तराखंड गदरपुर स्थित खालसा ढाबे पर खाना खा रहा था। बताया जा रहा है कि इसी बीच बाइक पर सवार होकर दो-तीन युवक पहुंचे। उन्होंने आते ही सिपाही मयंक के सिर से तमंचा सटाते हुए गोली चला दी। ढाबे पर अचानक गोली चलने से भगदड़ मच गई। इसी बीच आरोपियों ने मयंक के दोस्तों पर भी तमंचा तान दिया। यह देखते ही मयंक के दोस्त मौके जान बचाकर भाग खड़े हुए।
इसके बाद हमलावर तमंचा लहराते हुए मौके से आराम से फरार हो गए। यूपी पुलिस के सिपाही को गोली मारने की वारदात की सूचना मिलने ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उत्तराखंड के गदरपुर व रुद्रपुर समेत आसपास के थानों की फोर्स खालसा ढाबे पर पहुंच गई। पुलिस ने सबसे पहले मयंक को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या की सूचना मिलते ही मौके पर एसएसपी बरिंदरजीत सिंह भी पहुंच गए। फिलहाल पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस की मानें तो मयंक की हत्या जमीनी विवाद को लेकर की गई है।