बता दें कि भीम आर्मी प्रवक्ता मंजीत नौटियाल ने मंगलवार सुबह फेसबुक लाइव के जरिये कहा कि सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करते हुए दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने छह सौ साल पुराने संत रविदास के मंदिर को तुड़वा दिया है। उन्होंने कहा कि डीडीए ने सुप्रीम कोर्ट में गलत याचिका लगाते हुए अनुचित आदेश कराया है, जिससे जन-भावनाएं आहत हुई हैं। साथ ही मंजीत नौटियाल ने कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि 21 अगस्त से पहले मूर्ति तोड़े जाने का संज्ञान लेते हुए फिर से स्थापना की कराई जाए। इसके साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इससे देश का माहौल खराब हो जाएगा, जिसके लिए शासन-प्रशासन जिम्मेदार होगा। इसके लिए हम कटने-काटने को भी तैयार हैं।
फेसबुक लाइव में नौटियाल ने भीम आर्मी से जुड़े लोगों को भड़काने का प्रयास करते हुए कहा है कि तुमने हथियार कमर में लटकाने के लिए ले रखे हैं। अब जरूरत पर इनका इस्तेमाल नहीं करोगे तो कब करोगे? वीडियो में मंजीत ने पीएम मोदी का नाम लेते हुए कहा कि आपको सिख समाज के अपमान का समय तो याद ही होगा कि किस तरह सिख गनर ने इंदिरा गांधी को कितनी गोलियां मारी थीं। करीब 20 मिनट के लाइव वीडियो में उन्होंने अनुसूचित समाज से कहा कि घरों से क्यों नहीं निकल रहे हो? नौटियाल ने लोगों से 21 अगस्त को पूरी तैयारी से दिल्ली पहुंचने की अपील की है। सरकार महापुरुषों का इतिहास समाप्त करने का प्रयास कर रही है।
प्रवक्ता मंजीत नौटियाल के आपत्तिजनक बयान को लेकर भीम आर्मी राष्ट्रीय महासचिव कमल वालिया ने कहा है कि यह बयान मंजीत नौटियाल का व्यक्तिगत बयान है। वह संत रविदास के मंदिर को तोड़े जाने को लेकर बेहद दुखी और आहत हैं। इसलिए उन्होंने फेसबुक लाइव में इस तरह का बयान दिया है।
वहीं इस संबंध में डीएम सहारनपुर आलोक कुमार पांडेय का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराई जा रही है।