
4 year old daughter was crying at railway station
रतलाम. रेलवे में यात्रा करते हुए या रेलवे स्टेशन पर आमतोर पर बच्चे गुम हो जाते है। लेकिन यह मामला थोड़ा अलग है। पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल अंतर्गत आने वाले दाहोद रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने गई मां यात्री प्रतिक्षालय में बेटी को छोड़ गई, फिर जो हुआ वो पढे़ं यहां पर....
रेल मंडल के दाहोद स्टेशन पर एक परिवार से अपनी करीब चार वर्ष की बेटी गुम हो गई। इसी बीच बच्ची परिवार से बिछडऩे पर भय के चलते बिलखने लगी। कुछ यात्रियों की नजर पड़ी तो स्टेशन मास्टर राकेश ठाकुर के पास लेकर गए। इसके बाद आरपीएफ दल व मास्टर ठाकुर ने आपसी मदद करके गुम हुई बच्ची को उसके परिवार से मिलवाने का सराहनीय कार्य किया है।
प्रतिक्षालय में रो रही थी
दाहोद स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के पास एक यात्री तीन-चार वर्ष की एक रोती हुई बच्ची को लाया। यात्री ने सवाल करने पर मास्टर को बताया कि बच्ची यात्री प्रतीक्षालय में रो रही थी। वह अमरेठ की रहने वाली बता रही थी। असल में इस बच्ची को मां टिकट लेने जाने के दौरान छोडकर गई थी, लेकिन लाइन लंबी होने की वजह से देरी हो गई तो बेटी मां की याद में बिलखने लगी। इसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल एवं चाइल्ड लाइन को फोन दी व मामले से इस बारे में अवगत कराया। इसके साथ ही साथ बच्ची के गुमने की माइक से स्टेशन पर लगातार घोषणा भी करवाई गई। माइक से सुनते ही दो महिलाएं रोती हुई आई और बोली की टिकट लेने के दौरान बच्ची गुम हो गई थी। स्टेशन मास्टर द्वारा रेलवे सुरक्षा बल की उपस्थिति में बच्ची द्वारा मां की पहचाने करने पर बच्ची को उनके परिवार को सौंपा।
Published on:
08 Feb 2020 11:37 am
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