
रतलाम. मध्यप्रदेश में अमानवीयता की हद पार कर देनेवाली एक घटना सामने आई है. प्रदेश के रतलाम जिले के एक गांव में माता—पिता ने कड़ाके की सर्दी में नवजात को खेत में छोड़ दिया. बच्चे को जन्म देने के कुछ घंटे बाद ही उसे गेहूं के खेत में खुला ही छोड़ दिया. बेचारा बच्चा ठिठुरता रहा. मासूम के रोने की आवाज सुनकर उसे किसान ने कपड़ों से ढंका और प्रशासन को सूचना दी. फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर बताई जा रही है.
कड़ाके की सर्दी में एक दिन के नवजात शिशु को गेहूं के खेत में छोड़ दिया। जन्म देने के कुछ घंटे बाद छोड़ दिया गया ये बच्चा सर्दी की वजह से अकड़ चुका था। देर रात जब खेत में किसान आया तो उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. वह दौड़कर वहां पहुंचा तो उसे झाड़ी में एक बच्चा दिखाई दिया. देर रात यूं खुले खेते में नवजात को देखकर किसान हैरत में पड़ गया.
किसान ने आसपास देखा पर कोई नहीं दिखा. उसने तुरंत मासूम बच्चे को कपड़ों से ढांका. किसान ने डायल 100 पर फोन लगाकर मामले की सूचना दी. सूचना पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और बच्चे को सुरक्षित उठाकर उसे अस्पताल पहुंचाया. डाक्टर्स ने नवजात का इलाज शुरु किया. डाक्टर्स के अनुसार ठंड के कारण बच्चे की हालत नाजुक है पर अभी स्थिर भी बनी हुई है. उसे बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
धामनोद चौकी प्रभारी आशीष पाल ने बताया नवजात शिशु खेड़ी निवासी राजेश धाकड़ के गेहूं के खेत में बुधवार रात को मिला था। राजेश ने बताया रात करीब 10 बजे खेत पर मोटर चलाने गया था। इसी दौरान गेंहू के खेत में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। गेंहू के बीच गए और देखा तो नवजात शिशु लावारिस हालत में पड़ा था। बच्चे को गरम कपडे से ढंका और डायल 100 को सूचना दी।
Published on:
24 Dec 2021 09:26 am
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