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रतलाम. रेलवे ने 15 अप्रैल से भले IRCTC के माध्यम से ऑनलाइन टिकट की बुकिंग शुरू कर दी हो, लेकिन हकीकत यह है कि फिलहाल रेलवे की प्राथमिकता में कोई यात्री ट्रेन 30 अप्रैल तक चलाना शामिल नहीं है। रेलवे के मंडल के आला अधिकारी के अनुसार रेलमंत्री पीयूष गोयल के साथ हुई वीसी में यह साफ किया गया है कि पहले मालगाड़ी से लदान होना व यात्री ट्रेन के डिब्बों को आइसोलेटेड करना प्राथमिकता है। अब वे सभी यात्री जिनके अप्रैल माह में पूर्व से ट्रेन में आरक्षण है, उनको रिफंड लेने के लिए छोटा सा कार्य करना होगा।
रतलाम रेल मंडल में कुल 150 नियमित, साप्ताहिक यात्री ट्रेन चलती है। यह सभी 22 मार्च से 31 मार्च तक के लिए निरस्त की गई थी। इसके बाद रेलवे ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी संक्रमण को देखते हुए 30 अप्रैल की रात 12 बजे तक रतलाम मंडल की 150 यात्री ट्रेन सहित देशभर की सभी 2400 यात्री ट्रेन को चलाने पर रोक लगा दी।
रेलमंत्री कर रहे समीक्षा
मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार स्वयं रेलमंत्री गोयल एक एक मंडल में इस बात की समीक्षा कर रहे है कि कितने आइसोलेटेड डिब्बे बनकर तैयार हो गए। कितने डिब्बों पर कार्य चल रहा है व कब तक पूरा होगा। इसके बाद वे मालगाड़ी के बारे में जानकारी ले रहे है कि कितनी मालगाड़ी किस मंडल में सुरक्षित लदान होकर निकली है। इसके अलावा फिलहाल यात्री ट्रेन चलाने को लेकर निर्णय नहीं लिया गया है। रेलवे के अनुसार वे सभी यात्री जो 30 अप्रैल या उसके बाद की यात्री ट्रेन का टिकट लिए है, उनको रिफंड रेलवे द्वारा ट्रेन निरस्त करने पर स्वयं खाते में पहुंच जाएगा। यह निर्णय रेलवे ने 21 जून तक चलने वाली यात्री ट्रेन के लिए लिया है।
Train चलाने पर निर्णय नहीं
भारतीय रेलवे की पहली प्राथमिकता ट्रेन के डिब्बों को आइसोलेटेड करना व मालगाड़ी से जरूरी सामान समय पर विभिन्न शहर में पहुंचाना है। फिलहाल यात्री ट्रेन चलाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जो टिकट आगे की तारीख में आरक्षित है, ट्रेन निरस्त होने की दशा में उनको रिफंड स्वत: उनके खाते में पहुंच जाएगा।
- विनित गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक
Updated on:
11 Apr 2020 05:17 pm
Published on:
07 Apr 2020 10:26 am
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