
जावरा में जिले का पहला देहदान (Photo Source- Patrika Input)
Jaora News :मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के जावरा में रहने वाले एक समाजसेवी द्वारा समाज सेवा का सच्चा उदाहरण पेश करते हुए रविवार रात को अपने परिवार जनों के बीच अपने निधन के बाद देह दान करने का संकल्प लिया था और अचानक उसी सुबह 6:15 उन्होंने देह त्याग दिया। पिता की अंतिम इंच्छा पूरी करते हुए परिवार के लोगों ने शहर की एक सामाजिक संस्था को देह दान कर दिया।
पिता के निधन के बाद उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए मृतक कनकमल कांठेड़ के बेटों ने शहर की सामाजिक संस्था संजीवनी फाउंडेशन के संस्थापक यश जैन से संपर्क किया और पिता की आखिरी इच्छा के संबंध में बताते हुए उनका देह दान करने की इच्छा जताई। ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा देह दान करने वाले दधीचि को गॉड ऑफ़ ऑनर दिए जाने का फैसले के मुताबिक, समाजसेवी कनकमल कांठेड़ के निधन के बाद नगर पुलिस अधीक्षक युवराज सिंह चौहान, तहसीलदार पारस वेश, थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह जादौन की मौजूदगी में दधीचि को गॉड आफ ऑनर दिया। इसके बाद दान किया गया देह लिया गया।
मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट्स को मानव संरचना समझने और प्रेक्टिकल के लिए जरूरी देह की पूर्ति के लिए वैसे तो दधीचि (देहदान करने वाले) की कमी नहीं है। संजीवनी फाउंडेशन की पहल पर शहर के 18 लोगों ने देहदान करने का संकल्प लेते हुए पहले ही फॉर्म भरा हुआ है। जब की कुछ समय पहले तक लोग अंगदान करने से कतराते थे, लेकिन अब स्वेच्छा से आंखों के कॉर्निया समेत अंगदान करना शुरू कर रहे हैं। देह को दान करने का ये मामला जिले में पहली बार सामने आया है। इसे राजकीय सम्मान भी दिया गया है।
संजीवनी फाउंडेशन के संस्थापक यश जैन ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि, कनक मल कांठेड़ के निधन के बाद उनके बेटे राजेंद्र कांठेड़ और नवासे चिराग चोरिडिया ने सुबह 6:30 बजे फोन लगाकर सूचना दी और बताया कि, रात्रि में ही पिताजी ने परिवार के लोगों को संकल्प दिलाया था कि, निधन के बाद मेरी देह को दान करना है और चंद मिनट पहले उनका निधन हो गया है। ऐसे में यहां मामला शहर में पहली बार होने के कारण जल्दी से मौके पर पहुंचकर सारी कागजी कर्रवाई पूरी कराई। इसके बाद मुख्यमंत्री के आदेश के अनुरूप देह दान करने वाले व्यक्ति को राजकीय सम्मान के साथ गॉड ऑफ ऑनर देने के संबंध में कलेक्टर राजेश बादाम से चर्चा की। इसपर उन्होंने एसडीम और सीएसपी के साथ रेड क्रॉस अध्यक्ष वीरेंद्र सिसोदिया वैभव रांका ने मौके पर पहुंचाकर संबंधित प्रक्रिया पूरी कराई।
देहदान करने के लिए शहर में पहले से 18 लोग अपनी स्वेच्छा से सहमति से फार्म भरकर देहदान का संकल्प ले चुके हैं। इसमें सुशीला पटवा, कुशल पटवा, सुभाष धारीवाल, सुमन धारीवाल, सौरभ मेहता, केवलराम सांकला, धर्मेंद्र सोनी, ललिता सोनी, विमला व्यास, शंकरलाल चावला, विजय औरा, मलय नाहर, प्रियंका नाहर राजेश बोरदिया और उनकी धर्मपत्नी भी शामिल हैं। इन सभी दानदाताओं का कहना है कि, मरने के बाद भी अगर शरीर किसी काम आ जाए तो इससे बड़ी सार्थकता हमारे जीवन की कुछ नहीं होगी।
इस संबंध में नगर पुलिस अधीक्षक युवराज सिंह चौहान का कहना है कि, सरकार के आदेश है कि प्रदेश में कहीं भी कोई अपना देह दान करता है तो उसे सम्मान पूर्वक आखिरी समय गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी जाना है जिसके तहत सोमवार को देहदान करने वाले कनकमल कांठेड को पुलिस जवानों के द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
Published on:
02 Sept 2025 11:38 am
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