
What is obsession vs love फोटो सोर्स – Freepik
Obsession vs Love: आजकल के समय में जहां बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड बनाना आसान हो गया है, वहीं कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें लोग प्यार समझ लेते हैं, जबकि वो असल में ऑब्सेशन (जुनून) होता है।अक्सर देखा गया है कि लोग ऑब्सेशन को ही प्यार मान बैठते हैं, और इसी भ्रम में कई बार गंभीर गलतियां कर बैठते हैं कुछ मामलों में तो यह जुनून हत्या जैसे खतरनाक रूप तक ले लेता है।लेकिन यह समझना बेहद जरूरी है कि ऑब्सेशन और प्यार दो बिल्कुल अलग भावनाएँ हैं, जो देखने में एक जैसी लग सकती हैं, लेकिन उनका असर एकदम अलग होता है।इन दोनों के बीच का फर्क जानना ज़रूरी है ताकि हम अपने रिश्तों को बेहतर बना सकें और दूसरों के साथ एक स्वस्थ, सुरक्षित और संतुलित रिश्ता कायम कर सकें।आइए, जानते हैं प्यार और ऑब्सेशन के बीच का असली फर्क।
प्यार (Love) एक ऐसा एहसास है जिसमें सम्मान, भरोसा, स्वतंत्रता और भावनात्मक जुड़ाव होता है। सच्चा प्यार सामने वाले की भलाई और खुशी चाहता है, उसे बांधने की नहीं बल्कि उड़ने की आजादी देता है।
वहीं ऑब्सेशन (Obsession) एक जुनून की हद तक की चाहत होती है, जो अक्सर नियंत्रण, शक और असुरक्षा से भरी होती है। इसमें व्यक्ति सामने वाले को अपनी “मिल्कियत” समझने लगता है। यही वजह है कि ऑब्सेशन कभी-कभी हिंसा, यहां तक कि हत्या जैसे खतरनाक रूप भी ले सकता है।
जब हम किसी से सच्चा प्यार करते हैं, तो हम उसकी आजादी का सम्मान करते हैं। हम चाहते हैं कि वह व्यक्ति अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जिए और खुश रहे। लेकिन ऑब्सेशन में यह भावना बदल जाती है। वहां हम सामने वाले को नियंत्रित करना चाहते हैं उसकी हर हरकत पर नजर रखना, उसके फैसलों में हस्तक्षेप करना और उसे सिर्फ "अपना" बनाकर रखना।
प्यार में विश्वास की नींव होती है। वहां यह भरोसा होता है कि रिश्ता मजबूत है और दोनों एक-दूसरे के लिए समर्पित हैं। वहीं ऑब्सेशन में ईर्ष्या एक आम भावना बन जाती है। किसी और से बात करने पर भी शक, गुस्सा और असुरक्षा पैदा होती है, जिससे रिश्ता दमघोंटू महसूस होने लगता है।
जहां प्यार में बातों को समझने और सुलझाने की भावना होती है, वहीं ऑब्सेशन में गुस्सा, आक्रोश और अधिकार की भावना हावी हो जाती है। ऑब्सेस्ड व्यक्ति यह मान लेता है कि अगर चीजें उसकी मर्जी से नहीं हुईं, तो वह हिंसक या नुकसानदायक रास्ता अपना सकता है।
सच्चा प्यार सामने वाले के फैसलों और भावनाओं का सम्मान करता है। उसमें समझदारी और सहानुभूति होती है। लेकिन ऑब्सेशन में रिश्ते में एकतरफा सोच हावी रहती है ।जहां सिर्फ अपनी भावनाओं और इच्छाओं की परवाह होती है, न कि सामने वाले की भलाई की।
मानसिक परेशानी – ऑब्सेशन की वजह से इंसान ज़्यादा सोचने लगता है, बेचैन और दुखी रहने लगता है।
रिश्तों में तनाव – जरूरत से ज्यादा कंट्रोल करने की कोशिश रिश्तों को बिगाड़ देती है।
गुस्सा और हिंसा – जब चीजें मनमाफिक नहीं होतीं, तो व्यक्ति गुस्से में हिंसक भी हो सकता है।
खतरनाक कदम – कुछ लोग इतना जुनूनी हो जाते हैं कि खुद या किसी और को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
कानूनी मुसीबतें – किसी का पीछा करना, जबरदस्ती करना या परेशान करना कानूनन अपराध बन सकता है।
Updated on:
04 Jun 2025 03:34 pm
Published on:
04 Jun 2025 03:20 pm
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