रीवा की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में बाबा रामदेव के पतंजलि ग्रुप के आचार्य बालकृष्ण ने प्रदेश के किसानों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने पतंजलि ग्रुप द्वारा एमपी के गेहूं की खरीदी करने की घोषणा की। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पतंजलि आयुर्वेद रीवा सहित विंध्य इलाके में 1000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट कर रही है।
कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। बाबा रामदेव के पतंजलि ग्रुप के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि यहां उद्योगों की अपार संभावनाए हैं। शरबती गेंहू एमपी की पहचान है। पतंजलि यह गेहूं खरीदेगी।
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आचार्य बालकृष्ण ने बताया विंध्य क्षेत्र के लोग सहज सरल हैं, उनमें गजब का धैर्य भी है। प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल मुझे लेने हरिद्वार पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि हम विंध्य के लिए किसानों की आय बढ़ाने का काम करेंगे। यहां सरसों सहित कई खाद्य पदार्थ बड़ी मात्रा में उत्पादित होते हैं। सरसों और सूरजमुखी के तेल की पूर्ति हो सकती है।
पतंजलि रीवा में एक प्लांट लगाएगा। रीवा से करीब 70 किलोमीटर दूर यह प्लांट स्थापित किया जाएगा। आचार्य बालकृष्ण ने विंध्य को पर्यटन का बड़ा सेंटर बनाने की इच्छा जताई। उन्होंने आईटी पार्क बनाने की भी रूचि जाहिर की।
पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदर्शी सोच का परिणाम है। देश में इस तरह का यह पहला प्रयास है। मध्यप्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए अनुकूल वातावरण है। यहां उद्योगपतियों के लिए निवेश की अपार संभावनाएं हैं। पतंजलि ग्रुप यहां खाद्य प्रसंस्करण, फार्मा, आईटी, पर्यटन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर कार्य करने वाला है।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि #मध्यप्रदेश के शरबती गेहूं की देश भर में एक अलग ही पहचान है….
मध्यप्रदेश में जब कृषि क्रांति हुई तो गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन यहां की पहचान बन गया है। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए पतंजलि ग्रुप गेहूं की खरीदी भी करेगा।