
Cyber Crime Big News
Cyber Crime Big News : राजस्थान के अलवर से पकड़े गए साइबर ठगी के आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपने नेटवर्क से जुड़े कई अहम खुलासे किए हैं। पुलिस ने इन आरोपियों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। मामले में पुलिस ने एक और आरोपी का नाम उजागर किया है, जिसके खाते में महिला द्वारा पैसे ट्रांसफर किए गए थे।
मऊगंज थाने के घुरेहटा में रहने वाली शिक्षिका रेशमा पाण्डेय को बदमाशों ने पुराने सिक्के बेचने के बदले 1.75 करोड़ रुपए देने का झांसा दिया था। महिला ने उनकी बातों में आकर 22 हजार रुपये जमा किए, लेकिन बाद में उसे धमकी मिलने पर वह डर गई और जहर खा लिया, जिससे उसकी अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र से तीन आरोपियों फरदीन खान, मुनफैद खान और साहिल खान को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने रिमांड पर ठगी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। फरदीन 10वीं और मुनफैद 12वीं पास है।
जंगल के बीच में उन्होंने अपना सेटअप जमाया था। वहां से वे लोगों को फोन करते थे। जब पुलिस ने उनको पकडऩे के लिए घेराबंदी की तो आरोपियों ने ठगी(Cyber Crime Big News) वाला मोबाइल छिपा दिया था। बाद में साइबर से लोकेशन ट्रेस करवाकर पुलिस ने मोबाइल को बरामद किया। आरोपियों का 10 कमरों का पक्का आलीशान मकान बना हुआ है। मामले में पुलिस ने एक अन्य आरोपी को नामजद किया है, जिसके खाते में महिला ने रुपए ट्रांसफर किए थे। फिलहाल वह फरार है, जिसके खाते के संबंध में बैंक से जानकारी मांगी गई है।
पकड़े गए आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सभी राज्यों को सूचना भेज दी है। पूरे देश में आरोपियों के ठगी के मोबाइल नंबर और उनकी जानकारी साझा की गई है, ताकि दूसरी घटनाओं में उनकी भूमिका का पता चल सके। अगर अन्य जिलों में उनकी संलिप्तता सामने आती है, तो पुलिस आगे कार्रवाई करेगी। आरोपियों का मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है, जिसे अब साइबर सेल में जांच के लिए भेजा गया है। यह मोबाइल आरोपियों की करतूतों का भंडाफोड़ करेगा।
जिस गांव में पुलिस ने बदमाशों को पकड़ा है, वहां के अधिकांश युवक ठगी के कारोबार में शामिल हैं। दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद, जब पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश में गांव पहुंची, तो पूरा गांव खाली मिला। अधिकांश घरों में केवल महिलाएं और बुजुर्ग मौजूद थे। रामगढ़ पुलिस के अनुसार, यह गांव अक्सर दूसरे राज्यों की पुलिस की निगरानी में रहता है, क्योंकि यहां के कई युवक पहले से ही ठगी के मामलों में जेल में बंद हैं।
मऊगंज एसपी रसना ठाकुर के मुताबिक, साइबर फ्रॉड के आरोपियों को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया गया था। रिमांड खत्म होने के बाद सभी को न्यायालय में पेश कर दिया गया। आरोपियों के संबंध में जानकारी सभी राज्यों को भिजवाई गई है। जांच में यदि अन्य घटनाओं में उनकी भूमिका सामने आती है तो उसमें भी कार्रवाई की जायेगी।
Updated on:
11 Jan 2025 12:27 pm
Published on:
11 Jan 2025 09:12 am
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