
सहारनपुर. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राजनीतिक दलों के नेताओं में पार्टी बदलने का खेल जारी है। इसी कड़ी में चार बार विधायक रहे बसपा नेता जगपाल सिंह ने मायावती को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने बसपा का दामन छोड़ते भाजपा ज्वाइन कर ली है। जगपाल सिंह ने अपने पुत्र व बसपा जिलाध्यक्ष रहे योगेश कुमार और समर्थकों संग लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। उनके भाजपा में शामिल होने से बसपा को बड़ा झटका लगा है। वहीं, बीजेपी के नेताओं में भी बेचैनी है।
बता दें कि सहारनपुर जिले की हरौड़ा यानी सहारनपुर देहात सीट से जगपाल सिंह चार बार विधायक रहे हैं। वह एक बार बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए सीट छोड़ चुके हैं। इसके बाद मायावती चुनाव जीतकर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी थीं। विधानसभा चुनाव 2017 में भी जगपाल ने बसपा के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी मसूद अख्तर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
सदस्यता ग्रहण करते ही अटकलों को लगाया विराम
जगपाल सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें टिकट मिलने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। इससे टिकट की कतार में लगे अन्य भाजपा के नेताओं में बेचैनी है। बता दें कि जगपाल सिंह ने करीब छह माह पहले ही बसपा से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। हालांकि उनके पुत्र योगेश जिलाध्यक्ष के पद पर काबिज थे। योगेश के जिलाध्यक्ष पद से हटते ही जगपाल सिंह के भी बसपा छोड़ने की सुगबुगाहट तेज हो गई थी। इसी बीच यह बात भी निकलकर सामने आई थी कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मना लिया है, लेकिन भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते ही सभी अटकलों पर विराम लग गया है।
पार्टी चुनाव नहीं लड़ाएगी तो कार्यकर्ता के रूप में कार्य करेंगे
भाजपा में शामिल होने के बाद बिजनौर लौटने पर जगपाल सिंह ने कहा है कि वह पूरी ईमानदारी से पार्टी के लिए कार्य करेंगे। वहीं टिकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर भाजपा उन्हें टिकट देगी तो वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। साथ ही कहा कि अगर पार्टी चुनाव नहीं लड़ाएगी तो वह एक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते रहेंगे।
Published on:
02 Dec 2021 12:55 pm
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