
ओरिएंटेशन प्रोग्राम के साथ सतना मेडिकल कॉलेज के पहले बैच की पढ़ाई शुरू
सतना। मेडिकल कॉलेज के पहले बैच की पढ़ाई शुक्रवार से शुरू हो गई। शुरुआत सात दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम से हुई। इस बैच का इंट्रोडक्टरी सेशन (परिचयात्मक सत्र) कलेक्टर अनुराग वर्मा और जिपं सीईओ डॉ परीक्षित झाड़े ने लिया। कॉलेज के डीन डॉ अवतार सिंह यादव सहित अन्य प्राध्यापकों ने विद्यार्थियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग भी दी। मेडिकल कॉलेज में 150 सीट के विरुद्ध 145 विद्यार्थियों ने उपस्थिति दर्ज कराई। इसमें 127 मध्यप्रदेश के और 18 विद्यार्थी अन्य राज्यों हैं। एक विद्यार्थी सतना जिले का है। सभी विद्यार्थी कॉलेज परिसर में ही निर्मित हॉस्टल में रह रहे हैं। एनआरआइ कोटे की 5 रिक्त सीटों के विरुद्ध जल्द ही काउंसलिंग होगी।
चिकित्सक को धैर्य जरूरी
कलेक्टर वर्मा ने मेडिकल स्टूडेंट्स को जिले के बारे में जानकारी देने के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में शासकीय योजनाओं की जानकारी दी। कहा, आप लोग जिस फील्ड में आए हैं यह सबसे उच्च श्रेणी का सेवा क्षेत्र है। जिसे आज भी लोग भगवान का दर्जा देते हैं। समझाया कि जब आप अस्पतालों में चिकित्सक के रूप में काम करेंगे तो आपके सामने कई बार ऐसी स्थितियां आएंगी, जहां आपको अपने परम धैर्य का परिचय देना होगा। कई बार होता यह है कि इलाज के दौरान किसी मरीज की मृत्यु हो जाती है उस स्थिति में परिजनों में कई बार आक्रोश भी देखने को मिलता है। चिकित्सक के लिए यह सामान्य घटना होती है जबकि परिजनों का कोई अपना गुजर गया होता है। ऐसे में आरोप प्रत्यारोप के बीच अगर चिकित्सक अपना धैर्य खो देता है तो विवाद की स्थिति बनती है। इन स्थितियों में चिकित्सकों को काफी संवेदनशीलता के साथ सूझबूझ से स्थिति को संभालना चाहिए।
संवाद को बनाएं ट्रेनिंग का हिस्सा
जिपं सीईओ डॉ परीक्षित झाड़े खुद भी चिकित्सा क्षेत्र से हैं। लिहाजा उन्होंने अपने दौर की हास्टल लाइफ और उसके मायने और कैरियर के संबंध में विस्तार से बताया। कहा, हॉस्टल लाइफ में ताजिंदगी के रिश्ते बनते हैं और दुनिया में जिंदगी कैसे जी जाती है इसकी भी सीख मिलती है। आज जो भी डाक्टरों के विरुद्ध वायलेंस की घटनाएं हो रही हैं उसकी मुख्य वजह डाक्टर और मरीज के बीच संवाद की कमी है। लिहाजा, इसे शुरू से ही अपनी ट्रेनिंग का हिस्सा बनाएं। पीजी के अलावा कॅरियर के लिए बहुत से ऑप्शन हैं। जैसे यूपीएससी, मास्टर इन हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन, मेडिकल साइंस एंड टेक्नॉलॉजी, मास्टर इन पब्लिक हेल्थ के क्षेत्र हैं जिनमें प्रयास किए जा सकते हैं। इस दौरान बिरला विकास हॉस्पिटल के डायरेक्टर संजय माहेश्वरी ने जनता की डॉक्टरों से अपेक्षाओं के बारे में जानकारी दी।
विद्यार्थियों के बीच बैठे अतिथि
सेशन के बाद जब पहले बैच की ग्रुप फोटो की बारी आई तो कलेक्टर ने कहा कि वे लोग भी विद्यार्थियों के बीच बैठेंगे। इसके बाद सभी अतिथि और कालेज प्रबंधन व स्टाफ विद्यार्थियों के बीच पहुंचा। यह ओरिएन्टेशन प्रोग्राम कॉलेज के थियेटर में आयोजित किया गया।

Published on:
23 Sept 2023 09:55 am
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