
Sexual abuse was exposed from America: Rewa nivedita sishu griha news
सतना/ रीवा स्थित निवेदिता शिशु गृह में यौन शोषण होने का अमरीका में खुलासे के बाद यहां रह रहे बच्चों को सतना स्थित मातृछाया में भेजने के जिला मजिस्ट्रेट रीवा के आदेश को सीडब्ल्यूसी ने अंतत: पांचवें दिन अमल में लाया। सीडब्ल्यूसी ने शाम को बच्चों को सतना शिफ्ट करने के आदेश जारी किए। इसके बाद रीवा में चिकित्सकीय परीक्षण उपरांत बच्चों को सतना भेजा गया। पुलिस, महिला बाल विकास और चिकित्सा विभाग की टीम की सुरक्षा में रात साढ़े 9 बजे पांच बच्चे सतना स्थित मातृछाया शिशुगृह को सुपुर्द किए गए।
सभी बच्चों को एम्बुलेंस में सतना भेजा गया। इससे पहले रीवा कलेक्टर के प्रस्ताव पर मंगलवार को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी रीवा की बैठक आयोजित की गई। इसमें निवेदिता शिशु गृह में रह रहे सभी पांच बच्चों को सतना के शिशु गृह में भेजने की स्वीकृति दे दी गई। कुछ दिन पहले ही कलेक्टर ने निवेदिता शिशु गृह का लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही यहां के बच्चों को सतना भेजने के लिए कहा था।
यह है मामला
निवेदिता शिशु गृह में रहे चार बच्चों को अमरीका की दंपती ने गोद लिया था। अमरीका में काउंसलिंग के दौरान बच्चों ने बताया था कि उनके साथ निवेदिता शिशुगृह में यौन दुव्र्यवहार हो रहा था। गोद लेने वाले दंपती ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वय बनाने वाली संस्था आइफा से इसकी शिकायत की। इस पर आइफा एवं अमरीका की सरकार ने भारत सरकार से मामले की जांच के लिए कहा था। राज्य शासन के पत्र के बाद कलेक्टर ने त्वरित रूप से इस पर कार्रवाई करते हुए बच्चों को सतना स्थित शिशुगृह भेजने का आदेश जारी किया था। लेकिन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक नहीं होने की वजह से पांच दिन तक इस पर कार्रवाई नहीं हो सकी थी।
एफआईआर दर्ज करने से परहेज
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेदिता शिशु गृह में बच्चों के यौन शोषण की बात सामने आने के बाद भी पुलिस अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं कर सकी है। पुलिस का रवैया टालमटोल वाला ज्यादा नजर आ रहा है। बताया गया कि शिशु गृह संचालन से जुड़े लोगों पर अभी एफ आइआर दर्ज नहीं की जाएगी। पूरे मामले की जांच की जाएगी और उसमें दोषी पाए जाने के बाद ही एफ आइआर दर्ज कराने की प्रक्रिया होगी। सवाल यह खड़ा हो रहा कि जब बच्चों ने काउंसलिंग में अपने साथ यौन दुव्र्यवहार होने की बात कही है तो पुलिस को एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कर रही है। एफआईआर के बाद भी तो जांच हो सकती है? आरोप है कि पुलिस दबाव में एफआईआर से बच रही है।
बच्चों का कराया मेडिकल परीक्षण
सतना ले जाने से पहले बच्चों का मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसमें सभी स्वस्थ बताए गए हैं। इन बच्चों से अधिकारियों ने ले जाने से पहले यह भी पूछा कि उन्हें यहां पर कोई परेशानी थी या नहीं। हालांकि बच्चों ने अभी किसी तरह के अप्रिय घटना की जानकारी नहीं दी है। बच्चों को सतना लेकर जाने के लिए डॉ. नीतू द्विवेदी मेडिकल आफिसर जिला चिकित्सालय रीवा, स्वाति श्रीवास्तव संरक्षण अधिकारी संस्थानिक एवं अखिल श्रीवास्तव संरक्षण अधिकारी गैर संस्थानिक के साथ दो आरक्षक एवं चाइल्ड लाइन के दो काउंसर आदि रवाना किए गए।
चार बच्चों का मेडिकल करने वाली टीम से पूछताछ नहीं
जिन चार बच्चों को गोद लेने वाले दंपती के साथ अमरीका भेजा गया था उनका रीवा में पहले मेडिकल परीक्षण किया गया था। लेकिन जिस तरीके से बच्चों ने अमरीका में खुद के साथ यौन दुव्र्यवहार की शिकायत की है ऐसे में रीवा की मेडिकल टीम भी सवालों में है। लेकिन अभी तक उनसे कोई पूछताछ नहीं की गई है।
सीडब्ल्यूसी ने निवेदिता आंचल शिशु गृह में रह रहे पांच बच्चों को सतना शिफ्ट करने का आदेश दिया है। इसके तत्काल बाद बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद विशेष टीम के साथ सतना भेज दिया गया है।
प्रतिभा पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रीवा
बच्चे रात को सतना पहुंचाए गए हैं। सभी स्वस्थ और कुशल हैं। बच्चों को मातृछाया की सुपुर्दगी में ले लिया गया है।
प्रदीप सक्सेना, मातृछाया प्रबंधन सदस्य
Published on:
30 Oct 2019 02:38 pm
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