Rift in Antarctica : पश्चिम अंटार्कटिका में ग्लेशियर का एक बड़ा हिस्सा पिघलता हुआ दिखा
कोपरनिकस सेंटिनल उपग्रह से ली गई ताजा तस्वीरें
नई दिल्ली। दुनिया में ग्लोबल वॉर्मिंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में अंटार्कटिका के एक विशालकाय आइसबर्ग में पड़ी 20 किमी लंबी दरार ने दुनिया के लिए खतरा पैदा कर दिया है। इससे आने वाले समय में बाढ़ का संकट पैदा हो सकता है। इस दरार की तस्वीरें यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के कोपरनिकस सेंटिनल उपग्रह ने ली गई है।
तस्वीरों में देखने को मिला कि पश्चिम अंटार्कटिका की बर्फ की चादर में दो बड़ी दरारें हैं, जो करीब 20 किलोमीटर तक फैली हुई है। ये दरारें पाइन द्वीप ग्लेशियर पर दिखाई दे रही हैं। यह बर्फ की चादर पिछले 25 सालों से समुद्र में बड़ी मात्रा में बर्फ छोड़ रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार इन दरारों की वजह से एक नया हिमखंड यानि (आइसबर्ग) बन सकता है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी यानि ईएसए की रिपोर्ट के मुताबिक जिस गति से पाइन द्वीप ग्लेशियर में बर्फ रोजाना 10 मीटर से अधिक तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में प्राकृतिक आपदा का खतरा बढ़ गया है। रिपोर्ट के अनुसार अंटार्कटिका पर इसतरह का दरार आना और नए आइसबर्ग बनने की वजह से बर्फ का एक बड़ा हिस्सा तेजी से पिघल रहा है। इससे पूरी दुनिया पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।