कैसे लगता है चंद्र ग्रहण, ये है समय
जहां अंतरिक्ष ( space ) में पृथ्वी निरंतर सूर्य के चारों और परिक्रमा करती रहती है, तो वहीं चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह है और वह पृथ्वी के चारों और घूमता रहता है। ऐसे में कई बार पृथ्वी एक ही सीध में चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाती है, जिसके चलते सूर्य की किरणें चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती जिससे पृथ्वी की प्रच्छाया उस पर पड़ने लगती है। ऐसे में पृथ्वी पर चंद्रमा नहीं दिखाई देता यानि उसका दिखना बंद हो जाता है, जिसे चंद्र ग्रहण ( lunar eclipse ) का नाम दिया गया है। वहीं 16 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण लगभग रात में 1 बजकर 30 मिनट से शुरु होकर सुबह लगभग साढ़े 4 बजे तक होगा।
इन जगहों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण
इस चंद्र ग्रहण को भारत में तो देखा ही जाएगा। इसके साथ ही ये ऑस्ट्रेलिया , अफ्रीका, प्रशांत हिंद महासागर और पूर्व उत्तरी अमरीका ( America ) में देखा जा सकेगा। चंद्र ग्रहण के दिन चांद लाल रंग के साथ-साथ तांबे के कलर जैसा गहरा नजर आता है। हालांकि, हिंदू शास्त्रों में किसी भी प्रकार के चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। वहीं मान्यता ये भी है कि चंद्र ग्रहण का प्रकोप किसी भी व्यक्ति पर पूरे 108 दिन तक बना रहता है। वहीं इस दिन मंदिर बंद कर दिए जाते हैं। साथ ही किसी भी प्रकार की पूजा अर्चना नहीं की जाती।