मौसम में बदलाव पर वैज्ञानिकों का अध्ययन
वैज्ञानिकों ने पर्यावरण पर जताई चिंता
अटलांटिक महासागर में बढ़ रहा टेम्परेचर
भारतीय मॉनसून पर असर डालती है अटलांटिक महासागर में बढ़ रही गर्मी: अध्ययन
नई दिल्ली।नई दिल्ली। मौसम विभाग ने पर्यावरण में हो रही गढ़बड़ी को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इस बात का दावा किया है कि भारत में गर्मियों के समय होने वाली बिन मौसम बरसात और अटलांटिक ( Atlantic Sea ) की समुद्री स्तह का टेम्परेचर बढ़ने में गहरा संबंध है।
रिपोर्ट अनुसार- अध्ययनकर्ताओं ने अटलांटिक महासागर के टेंम्परेचर ( temprature) का अचानक बढ़ना और कम होने को ‘अटलांटिक नीनो’ नाम दिया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार- ‘गर्म होते विश्व में भारत में गर्मियों में होन वाली बरसात और अटलांटिक नीनो के बीच परस्पर गहरा संबंध है। इससे लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है।
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी (university ) अबू धाबी ( abu dhabi) के सेंटर फॉर प्रोटोटाइप क्लाइमेट मॉडलिंग के अनुसार- ग्लोबल वार्मिंग की वजह से पूर्वी उष्णकटिबंधीय अटलांटिक महासागर की ऊपरी समुद्री सतह के तापमान में अस्थिरता में बढ़ोतरी हुई है। पर्यावरण में डिस्बेलेंस्ड होने के कारण अटलांटिक नीनो संबंधी घटनाएं भी बढ़ गई हैं। जिसके कारण हिंद महासागर में जबर्दस्त केल्विन तरंगें उठ रही हैं। बता दें केल्विन तरंगें धरती के भूमध्यरेखीय वातावरण के पास नजर आने वाली बाधाओं को कहा जाता है।