इंसान के गले से पेट तक एक लंबी नली या ट्यूब होती है जिसे घुटकी कहते हैं। जब घुटकी में किसी को कैंसर होता है तो उसे इसोफेजियल कैंसर कहते हैं।
अमरीकन कैंसर सोसायटी के मुख्य के लेखक फरहाद इस्लामी का इस बारे में कहना है कि गर्मागर्म चाय-काफी की चुस्की कई लोगों को पसंद है। हालांकि इन्हें थोड़ा ठंडा करने के बाद ही पीना चाहिए। इंटरनेशनल जर्नल आफ कैंसर में इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया गया है। इस रिसर्च को करने के लिए 40 से 75 आयु वर्ग के कुल 50 हजार लोग को चुना गया था।
यानि कि 75 डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म चाय को छूकर भी न देखें। चाय बनने के 4 से 5 मिनट बाद ही इसे पीना स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।