जानकारी के लिए बता दें कि तेल और गैस की बड़ी-बड़ी कंपनियां कार्बन सीवेज प्लांट विकसित करने के लिए अरबों डॉलर खर्च करने को तैयार हैं। जिसमें तेल कंपनी Royal Dutch Shell भी शामिल है। तेल और गैस की बड़ी-बड़ी कंपनियों को कार्बन स्टोर करने के लिए एक ऐसे प्लांट की तलाश है जो पृथ्वी के अंदर ही कार्बन डाइऑक्साइड को स्टोर कर सके। पृथ्वी के अंदर ही CO2 स्टोर करने का यह तरीका बहुत महंगा है। यह तब तक मुमकिन नहीं जब तक इसके लिए भारी सब्सिडी न हो। लेकिन हवा से CO2 को निकालकर उसे स्टोर करने की जो ताज़ा प्रकिया वैज्ञानिकों ने बताई है वह कम खर्च वाली साबित हो सकती है। इस विधि से ना केवल एक सीमित ईंधन स्रोत का बोझ काम होगा बल्कि यह ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में भी एक बड़ी भूमिका निभा सकता है।