क्या करता है फेसबुक
मृत लोगों के अकाउंट को फेसबुक द्वारा ‘मेमोरियलाइज’ कर दिया जाता है। मतलब कि अकाउंट डिलीट नहीं होता बल्कि, लोग मृत व्यक्ति की यादों को सहेज सकें। इसलिए उनकी फोटो ( photo ) और पोस्ट को फेसबुक बचाकर रखता है। मेमोरियलाइज्ड अकाउंट में व्यक्ति के नाम के आगे रिमेंबरिंग जुड़ जाता है। इसका मतलब होता है कि उन्हें याद किया जा रहा है। अगर मृत व्यक्ति ने अपनी टाइमलाइन लोगों के पोस्ट करने के लिए खोली है तो लोग वहां पोस्ट भी कर सकते हैं। उनके जन्मदिन पर लोगों को नोटिफिकेशन जाता है।
ऐसे मिलती है फेसबुक को मृत लोगों की खबर
अगर मृत व्यक्ति ने कोई फेसबुक पेज ( Facebook Page ) बनाया है, जिसका वो इकलौता एडमिन है तो ऐसे में फेसबुक को मौत की खबर मिलते ही उस पेज को डिलीट कर देता है। वहीं अगर मृत व्यक्ति ने कोई ‘लिगेसी कॉन्टैक्ट’ तय किया हो तो वो अकाउंट में बदलाव कर सकता है। लिगेसी कॉन्टैक्ट वाले पेज के आखिर में फेसबुक आपसे पूछता है कि क्या आप किसी मृत व्यक्ति की जानकारी फेसबुक को देना चाहते हैं। ऐसे में उस पर क्लिक करके आप एक फॉर्म तक पहुंच जाते हैं जो कि अकाउंट मालिक को मृत घोषित करने के पहले भरना होता है। हालांकि, इसके लिए मरे हुए व्यक्ति का डेथ सर्टिफिकेट ( Death Certificate ) चाहिए होता है।