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वैक्सीनेशन के बीच दो विभागों में तनातनी : CMHO के खिलाफ लामबंद, कहा- साहब महिलाओं का सम्मान करो

locationशाहडोलPublished: Apr 08, 2021 01:34:12 am

Submitted by:

Faiz

कलेक्टे्रट में ज्ञापन सौंपने गईं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं मे CMHO के खिलाफ लगाए मुर्दाबाद के लगाए नारे। दूसरी ओर CMHO के पक्ष में आया स्वास्थ विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर लगाया गंभीर आरोप।

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वैक्सीनेशन के बीच दो विभागों में तनातनी : CMHO के खिलाफ लामबंद, कहा- साहब महिलाओं का सम्मान करो

शहडोल/ मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ कोरोना संक्रमण की रफ्तार बहुत तेजी आगे बढ़ रही है, वहीं, इससे बचाव के लिए भी युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासन का सबसे अधिक जोर मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंस मेंटेन रखने के साथ साथ वैक्सीनेशन पर भी खासा जोर दिया जा रहा है। हालांकि, शहडोल जिले में वैक्सीनेशन को लेकर दो विभागों के बीच तनातनी हो गई। स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग आमने-सामने आ गए हैं। सीएमएचओ द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लामबंद हो गई हैं। उधर, अधिकारी के बचाव में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी उनके विरोध में उतर आए हैं।

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CMHO पर आरोप

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सीएमएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बुधवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि, ममता द्विवेदी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नरसरहा डिपो क्रमांक 2 वार्ड नंबर 22 सिंहपुर आंगनबाड़ी केन्द्र में सहायिका केशमी चौधरी एवं आरती कोरी सहायिका के साथ 6 अप्रैल को उपस्थित थी। दोपहर के 2.30 बजे सीएमएचओ डॉ.एमएस सागर पहुंचे और अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए बच्चों के कुपोषित होने और उनकी मौत का जिम्मेदार ठहराने लगे। आरोप के मुताबिक, सीएमएचओ ने उनपर टीएचआर का पैकेट बेचकर पैसा खाने का भी आरोप लगाया।


जांच और कारर्वाई की मांग

कार्यकर्ताओं ने कहा कि, प्रशासनिक आदेश के अनुसार, लोगों से घर-घर जाकर वैक्सीनेशन कराने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। कार्यकर्ता अपमानित और प्रताड़ित होना महसूस कर रही हैं। 30 से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर कलेक्टर से मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की है।

 

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स्वास्थ्य कार्यकर्ता आगे आईं, कहा- वैक्सीन को लेकर विवाद

इधर, सीएमएचओ का बचाव करते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी मैदान में कूद पड़े हैं। उन्होंने सीएमएचओ डॉ.एमएस सागर को दिए आवेदन में बताया कि, 2 अप्रैल को नगर पालिका में टीकाकरण के समय तीन हितग्राही होने के कारण नया वायल ओपन न करके 3.45 बजे खुली वायल से टीकाकरण का डोज लगाया जा रहा था। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनीता गुप्ता का कहना था कि, ये गलत है। 3.45 बजे खुली वायल की दवाई को नहीं लगा सकते हैं। अगर आप लोगों ने ये वैक्सीन लगाई, तो आपको इसका जवाब मीडिया को देना पड़ेगा।


सीएमएचओ बोले- इंजेक्शन को लेकर विवाद, कोई गलत नहीं कहा

वहींं, सीएमएचओ डॉ.एमएस सागर ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि, स्टाफ नर्स और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच वैक्सीनेशन के इंजेक्शन को लेकर विवाद हुआ था। मामला मेरे संज्ञान में आया था, इसलिये मैं देखने पहुंचा था। जहां तक अभद्र भाषा प्रयोग करने की बात है, तो वो पूरी तरह गलत है। किसी से भी किसी तरह की अभद्रता नहीं की गई है।

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