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Online Fraud: सीकर की धोद पुलिस ने एक हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उसकी मास्टरमाइंड रेनूका चौधरी और उसकी सहयोगी सुबिता को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर एक 64 वर्षीय बुजुर्ग को अपने जाल में फंसाकर उनसे ₹12.90 लाख की धोखाधड़ी का आरोप है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिकए पीड़ित बुजुर्ग रामकरण ने 30 अगस्त को धोद थाने में एक मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि लगभग 15 से 20 दिन पहले फेसबुक के जरिए उनकी दोस्ती रेणुका चौधरी से हुई। रेणुका उन्हें वीडियो कॉल भी करती थी। इसके बाद, रेणुका ने ही अपनी जानकार सुबिता और उसकी बेटी से मिलवाया। फिर इंस्टाग्राम पर बातचीत होने लगी।
रेणुका ने सुबिता की बेटी और एक अन्य युवती को को रामकरण के फार्महाउस पर मिलने के लिए भेजा। जैसे ही वह वहां पहुंची, रेणुका कुछ अन्य लोगों के साथ वहां आ गई। उन्होंने बुजुर्ग को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी और उनसे एक सोने की अंगूठी, एक सोने की चेन और ₹25,000 नकद छीन लिए। इसके बाद, उन्होंने एक स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवाकर रेणुका के खाते में ₹12.90 लाख ट्रांसफर करा लिए।
थानाधिकारी राकेश कुमार मीणा ने बताया कि रेणुका चौधरी पहले भी इस तरह के अपराधों में शामिल रही है। लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र में भी उसने एक सरकारी डॉक्टर को हनीट्रैप में फंसाकर लाखों रुपए ऐंठे थे। इस मामले में, रेणुका ने रामकरण से मिलने के दौरान उनके रिसॉर्ट को देखा, जिससे उन्हें लगा कि वह आसानी से लाखों रुपए ठग सकती है।
घटना के बाद दोनों महिलाएं फरार हो गई थीं। पुलिस को सूचना मिली कि वे धोद चौराहे पर हैं, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मास्टरमाइंड रेणुका के बैंक अकाउंट को भी फ्रीज करवा दिया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
Published on:
17 Sept 2025 07:58 am
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