इस दौरान ग्रामीणों ने प्रधानाचार्य कक्ष के ताला भी जड़ दिया। विद्यालय विकास समिति के अध्यक्ष गणेशराम, सत्यनारायण पारीक, दुर्गाप्रसाद, राजेन्द्र खाचरिया, मुकेश शर्मा, लालचंद कुमावत, सुनील जांगिड़, श्रवण चौधरी, संतोष शर्मा, गणेश गढवाल आदि ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में गत सत्र में तकरीबन 150 विद्यार्थी थे। मगर प्रधानाचार्य सागरमल बाजिया की तानाशाही और अभिभावकों के साथ दुव्र्यव्हार, स्कूल में 15 शिक्षकों के होने के बाद कई शिक्षकों का समय पर नहीं आने सहित आदि कारणों के चलते वर्तमान में करीब 33 बच्चे रह गए है। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त समस्या को लेकर विद्यालय आकर प्रधानाचार्य से कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि हम तो बिल्कुल नहीं पढाएंगे जो करना है करलो। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में राजेन्द्र सोनी हिन्दी के अच्छे टीचर थे और उनका प्रदर्शन भी अच्छा था उसके बावजूद प्रिंसिपल ने उन्हें रिलिव कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक प्रधानाचार्य को यहा से नहीं हटाया जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा।
भारत बंद के समर्थन में मेडिकल स्टोर के साथ पेट्रोल पम्प भी बंद वहीं एससी एसटी एक्ट के विरोध में बंद के समर्थन में जिले में आवश्यक सेवाएं भी बंद नज़र आ रहीं हैं। जिले में मेडिकल स्टोर के साथ पेट्रोल पंप भी बंद हैं। लेकिन अस्पताल और निजी स्कूल संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा बाजार पूरी तरह बाद हैं।