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वालोरिया में अब भी घर-घर में बीमार, तीसरे दिन 50 मरीजों का उपचार, 44 स्लाइड्स ली

locationसिरोहीPublished: Sep 29, 2018 11:04:52 am

उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थायी कार्मिकों की नियुक्ति नहीं

 रोहिड़ा के समीप वालोरिया में जांच करती मेडिकल टीम।

रोहिड़ा के समीप वालोरिया में जांच करती मेडिकल टीम।

सिरोही/रोहिड़ा. जिले के वालोरिया में अब भी घर-घर में मौसमी बीमारी के मरीज सामने आ रहे हैं। चिकित्सा विभाग की टीम ने शुक्रवार को वालोरिया में 50 मरीजों का उपचार किया। जिसमें 11 बुखार से पीडि़त मिले हैं। सर्वे टीम की ओर से भी 44 स्लाइड्स ली गई। ऐसे में जाहिर है कि वालोरिया क्षेत्र में अब भी घर-घर में लोग बीमारी की चपेट में हैं। जबकि, चिकित्सा महकमा की ओर से अब तक उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थायी कार्मिकों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। इधर, चिकित्सा टीम ने तीसरे दिन 237 घरों में सर्वे किया। जिसमें 44 संदिग्ध मरीजों की स्लाइड्स लेकर जांच के लिए भेजी गई है। वहीं गांव में घर-घर जाकर पायरेथ्रम का छिड़काव किया गया है। इसके अलावा पानी भराव वाले 34 स्थानों पर भी दवाई का छिड़काव किया गया है। वहीं दो पेयजल स्रोत के पास जल भराव में गम्बुशिया मछली छोड़ी गई है।
अब तक बारह मौतें
बीमारी से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। भूला में डेढ़ माह, तीन माह के बच्चे व महिला की मौत का मामला सामने आया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सिलवाफली व उबागरा में मलेरिया की चपेट में आने से एक सप्ताह में सात जनों की मौत हो गई थी। इसमें दो बच्चे एक परिवार के थे। हालांकि, विभाग ने छह मौतों की पुष्टि की है।
मलेरिया रोगी मिला
गुरुवार को स्लाइड्स लेकर जांच के लिए भेजी गई थी। जिसमें मलेरिया पीवी का एक मरीज सामने आया है।

सीएमएचओ ने किया दौरा
इधर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार शर्मा ने शुक्रवार को मौसमी बीमारी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने घर-घर जाकर मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि वालोरिया क्षेत्र में पिछले दिनों मौसमी बीमारी के प्रकोप के बाद चिकित्सा विभाग मुस्तैदी से बीमारियों के नियंत्रय में जुटा हुआ है। साथ ही पेयजल स्रोतों पर एमएलओ और मच्छरों के लार्वा के खात्मे के लिए गम्बुशिया मछली छोड़ी जा रही है।
भूला भेजी टीम
इधर, चिकित्सा विभाग की ओर से भूला में भी एक टीम को भेजा गया है। भूला में भी बीमारी से दो जनों की मौत का मामला सामने आया था।

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