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राजस्थान के 9 विधायकों ने सीएम भजनलाल को लिखा पत्र, रखी ये मांग, जानें क्या है मामला?

Rajasthan : राजस्थान के 9 विधायकों ने सीएम भजनलाल को पत्र लिखा। पत्र लिखकर इस निर्णय पर तत्काल पुनर्विचार करने और खिलाड़ियों को न्याय दिलाने की मांग की है। जानें क्या है मामला।

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CM Bhajan Lal

राजस्थान के सीएम भजनलाल। फोटो पत्रिका

Rajasthan : राजस्थान पुलिस कांस्टेबल खेल कोटा भर्ती नियमों में किए गए संशोधनों के कारण हजारों खिलाड़ियों के रोजगार अवसरों पर ताला लग गया है और उनका भविष्य अधर में लटक गया है। इसी मुद्दे को लेकर राजस्थान बास्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान दानवीर सिंह भाटी ने आवाज उठाई और उनका संघर्ष रंग लगाया। राजस्थान के 9 विधायकों ने सीएम भजनलाल को पत्र लिखा।

इन विधायकों ने लिखा पत्र

दानवीर सिंह भाटी की पहल पर बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत, निम्बाहेड़ा विधायक श्रीचंदकृपलानी, कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी, शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी, पोकरण विधायक महंत प्रताप पुरी और पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल, मावली (उदयपुर ) विधायक पुष्कर लाल डांगी, कोटा साउथ विधायक संदीप शर्मा, नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर इस निर्णय पर तत्काल पुनर्विचार करने और खिलाड़ियों को न्याय दिलाने की मांग की है।

2024 में नहीं भरी थीं 94 फीसदी सीटें

पहले राष्ट्रीय स्तर के प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को भर्ती में शामिल किया जाता था, वहीं अब नेशनल पार्टिसिपेंट्स को भर्ती से बाहर कर दिया गया है। खिलाड़ियों को दिए जाने वाले 17 बोनस अंक पूरी तरह समाप्त कर दिए गए हैं, और भर्ती अब केवल सेट परीक्षा पर निर्भर बना दी गई है। पिछले वर्ष 2024 कांस्टेबल खेल कोटा भर्ती में भी ऐसे ही नियमों के कारण खेल कोटा की 94 फीसदी सीटें खाली रह गई थीं।

अन्याय के खिलाफ करेंगे संघर्ष : दानवीर

पूर्व बास्केटबॉल कप्तान दानवीर भाटी ने कहा कि विधायकों ने सीएम भजनलाल को लिखे पत्र में कहा है कि पुलिस भर्ती में खेल कोटा को पूर्व व्यवस्था के अनुसार बहाल किया जाए। राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाए। 17 व 16 बोनस अंक पूर्व की तरह पुन: लागू किए जाएं और सेट परीक्षा की अनिवार्यता को खेल कोटा से हटाया जाए। राज्य सरकार खिलाड़ियों के सम्मान और भविष्य को ध्यान में रखते हुए तत्काल सकारात्मक निर्णय ले।