
Aman Sehrawat Job: पेरिस ओलंपिक खेलों में आक्रामक और हमलावर प्रदर्शन के दम पर अमन सहरावत ने मेंस 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता था। अब भारत सरकार ने उन्हें स्पेशल ऑफिशर की पोस्ट दे रही है। अमन नार्दन रेलवे में नौकरी भी करते हैं लेकिन अब उन्हें प्रमोट कर उन्हें OSD बना दिया गया है। OSD का मतलब ऑफिशर ऑन स्पेशन ड्यूटी होता है। अमन की न सिर्फ पोस्ट बढ़ी है बल्कि सैलरी भी करीब 4.17 लाख रुपए होगी। अमन सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के छोटे से गांव बिरोहड़ के रहने वाले हैं और लगभग 10 साल की उम्र से ही कुश्ती कर रहे हैं।
सहरावत ने प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ पर 13-5 से जोरदार जीत दर्ज की। इस दौरान सहरावत 21 साल और 24 दिन की उम्र में भारत के सबसे कम उम्र के व्यक्तिगत ओलंपिक पदक विजेता बन गए। उन्होंने पीवी सिंधु के रिकॉर्ड को बेहतर बनाया, जो रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक जीतने पर 21 साल 1 महीने और 14 दिन की थीं। पहलवान ने कांस्य जीता, खेलों में सबसे कम उम्र के भारतीय व्यक्तिगत पदक विजेता बने। पेरिस गए दल में एकमात्र पुरुष पहलवान सहरावत ने मुकाबले का पहला अंक गंवा दिया, लेकिन जोरदार वापसी की और एक समय 2-3 से पिछड़ने के बावजूद पहले राउंड के अंत में 6-3 की बढ़त ले ली।
21 वर्षीय सहरावत केडी जाधव (कांस्य 1952), सुशील कुमार (कांस्य 2008, रजत 2012), योगेश्वर दत्त (कांस्य 2012), साक्षी मलिक (कांस्य 2016), रवि दहिया (रजत 2020) और बजरंग पुनिया (कांस्य, 2020) की श्रेणी में शामिल हो गए। यह दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम के पहलवानों द्वारा जीता गया छठा पदक है जो भारत में कुश्ती गतिविधि का एक प्रमुख केंद्र है।
Updated on:
16 Aug 2024 05:04 pm
Published on:
16 Aug 2024 04:47 pm
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