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सावधानः अब AI के जरिए लोगों से हो रही ठगी, बस एक Video कॉल में खाली हो जाएगा आपका खाता

चैट जीपीटी के बाद अब कम्प्यूटर व मोबाइल में तकनीक ने एक कदम आगे बढ़ते हुए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) आ गई है।

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श्रीगंगानगर। चैट जीपीटी के बाद अब कम्प्यूटर व मोबाइल में तकनीक ने एक कदम आगे बढ़ते हुए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) आ गई है। एआई तकनीक की पावर का इस्तेमाल कर साइबर ठगों ने लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। देश में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें बड़ा फ्रॉड हुआ है, जबकि छोटे-मोटे फ्रॉड की लोग शिकायत भी नहीं करते। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि साइबर ठग लोगों से रुपए ऐंठने के लिए नित नए तरीके अपनाते हैं और लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी करते हैं। वहीं अब एक कदम आगे बढ़ते हुए एआई तकनीक का इस्तेमाल कर ठगी के आधुनिक तरीके अपनाए जा रहे हैं। एआई तकनीक के सहारे ठगी इस प्रकार करते हैं कि ठगे जाने वाले व्यक्ति को जरा भी संदेह नहीं होता।

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सबसे पहले करते हैं आवाज रेकॉर्ड
साइबर ठगों को जिस व्यक्ति का मोबाइल नंबर हाथ लग जाता है। वे सबसे पहले कॉल करके उसकी आवाज को रेकॉर्ड कर लेते हैं। सोशल मीडिया या कॉल पर लगी फोटो को निकालकर एआई तकनीक से किसी पहचान वाले या रिश्तेदार का वीडियो तैयार करते हैं। इसके बाद उस वीडियो को कॉल के साथ सेट कर देते हैं। फिर उसके जरिए वीडियो कॉल की जाती है और कहा जाता है कि वह मुसीबत में है और उसको तत्काल इतने रुपए की मदद चाहिए। जिसे वीडियो कॉल की जाती है, वह विश्वास कर उसके बताए नंबर पर राशि ट्रांसफर कर देता है। बाद में उसको पता चलता है कि उसके साथ साइबर फ्रॉड हो गया। इसके अलावा किसी पहचान वाले के पास वीडियो कॉल करके उसका डेटा भी मांग सकता है तथा कोई अन्य जानकारी भी ले सकता है। इसे एआई वायस स्कैम कहा जाता है।

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ऐसे करें बचाव
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एआई तकनीक के जरिए की जा रही साइबर ठगी में लोग अपना बचाव करें। इस तरह के कॉल आए तो मदद मांगने वाले से तत्काल कॉल करें और उसके नाम पर मांगी गई मदद के बारे में पूछें। यदि इस तरह का वीडियो कॉल आए तो उसकी बात सुनने के दौरान वीडियो के चेहरे को गौर से देखें कि कहीं आवाज व चेहरे हावभाव मेल खा रहे हैं या नहीं। इसके बाद भी उस व्यक्ति को कॉल कर जानकारी लें। यदि ऐसा नहीं किया तो ठगी के शिकार हो सकते हैं।

एआई तकनीक के सहारे अब साइबर ठगों की ओर से वॉयस कॉल या वीडियो कॉल करके संबंधित व्यक्ति के रिश्तेदारों या पहचान वालों से इस तरह की ठगी की जाती है। इसके लिए लोगों पहले तो किसी अनजान का कॉल आने पर उसको उठाए नहीं। साइबर ठगों की ओर से यह तरीका सबसे नया है, जो एआई तकनीक के जरिए फोटो के साथ आवाज या वीडियो के साथ आवाज सेट करके लोगों को फोन करते हैं।
- प्रशांत कौशिक, सीओ एवं कार्यवाहक साइबर थाना प्रभारी