scriptसुलतानपुर का नाम कुशभवनपुर करने की तैयारी, बीजेपी विधायक ने सदन में पेश किया प्रस्ताव | bjp mla proposal in Vidhan Sabha Sultanpur be renamed as Kushbhawanpur | Patrika News

सुलतानपुर का नाम कुशभवनपुर करने की तैयारी, बीजेपी विधायक ने सदन में पेश किया प्रस्ताव

locationसुल्तानपुरPublished: Sep 02, 2018 11:59:16 am

Submitted by:

Hariom Dwivedi

मुगलसराय के बाद यूपी के करीब दर्जन भर शहरों के नाम बदलने की मांग, इनमें सुलतानपुर, बहराइच, मोहम्मदी, फैजाबाद, इलाहाबाद, अकबरपुर, सिकन्दरा और रसूलाबाद के नाम

Sultanpur be renamed as Kushbhawanpur

सुलतानपुर का नाम कुशभवनपुर करने की मांग, बीजेपी विधायक ने सदन में रखा प्रस्ताव

सुलतानपुर. लंभुआ से भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी ने सुलतानपुर का नया नाम कुशभवनपुर करने का प्रस्ताव विधानसभा में पेश किया है। इससे पहले नगर पालिका बोर्ड की बैठक में भी सुलतानपुर का नाम कुशभवनपुर करने की सहमति मिल चुकी है। मुगलसराय रेलवे स्टेशन के बाद अब उत्तर प्रदेश के कई शहरों के नाम बदलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बहराइच का नाम बदलकर महाराजा सुहेलदेव के नाम पर करने की मांग की है। क्षेत्र के भाजपा विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने मोहम्मदी तहसील का नाम बदलने की मांग की है। इसके अलावा फैजाबाद, इलाहाबाद, अकबरपुर, सिकन्दरा और रसूलाबाद के भी नाम बदलने की भी बात कही जा रही है।
लोक श्रुतियों और अन्य इतिहासकारों का मत है कि भगवान राम के पुत्र कुश ने पावन गोमती नदी के तट पर कुशभवनपुर नगर को बसाया था। 13वीं शताब्दी के अंत तक इसका अस्तित्व बताया जाता है। इतिहासकारों की मानें तो जिले का नाम कुशभवनपुर होने का उल्लेख महाकवि कालिदास ने अपने ग्रंथ रघुवंशम् महाकाव्य में भी किया है। महाकाल के चरणों में स्वर्ग में महाकाव्य के 16वें सर्ग में इसका स्पष्ट वर्णन है। इतिहास के जानकार पंडित जयप्रकाश त्रिपाठी बताते हैं कि गोमती नदी के तट पर सीताकुंड घाट पर स्थापित महाराज कुश की प्रतिमा काफी प्राचीन है। माना जाता है कि महाराज कुश की यह प्रतिमा को उसी समय स्थापित किया गया था। इतिहासकार राजेश्वर सिंह की मानें तो खिलजी वंश के सुल्तानों ने यहां आकर यहां के भर (जाति) के राजाओं को पराजित कर नगर पर कब्जा कर लिया और कुशभवनपुर का नाम बदलकर सुलतानपुर कर दिया था। जिले का नाम कुशभवनपुर होने का वर्णन अवध के गजेटियर में भी मिलता है।
Sultanpur be renamed as Kushbhawanpur

इतिहास सम्मत पुष्टि होने के बाद यहां के लोग वर्षों से सुलतानपुर का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने की मांग करते आ रहे हैं। प्रदेश में भी भाजपा सरकार आने के बाद इसकी मांग तेज हो गई है। गुरुवार को विधानसभा में जिले के लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव विधानसभा में प्रस्तुत किया है। विधायक दो देवमणि द्विवेदी ने कहा कि नाम बदलने का प्रस्ताव सदन में पेश किया गया है, उस पर चर्चा हो रही है।
यह भी पढ़ें

सुलतानपुर नगर पालिका बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास, सुलतानपुर अब कहलाएगा कुशभवनपुर


नगरपालिका में पास हो चुका है प्रस्ताव
जिले का नाम सुलतानपुर से कुशभवनपुर करने का प्रस्ताव पूर्व में नगरपालिका चेयरमैन बबिता जायसवाल पास कर चुकी हैं। चुनाव जीतने के बाद अपने वादे के मुताबिक, उन्होंने नगरपालिका की पहली बैठक में ही जिले का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। उनका कहना है कि कुशभवनपुर हमारे लिए सिर्फ चुनावी जुमला नहीं है, बल्कि यह हमारे लिए शान-सम्मान व स्वाभिमान का प्रतीक है।
इन शहरों के भी नाम बदलने की तैयारी
सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर बहराइच का नाम बदलकर महाराजा सुहेलदेव ने नाम पर रखने की बात कह रहे हैं। इसके लिये वह आंदोलन छेड़ने को भी तैयार हैं। इनके अलावा मोहम्मदी क्षेत्र से भाजपा विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने मोहम्मदी का नाम बदले जाने की मांग की है। सूत्रों की मानें तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर मोहम्मदी का नया नाम रखा जा सकता है। यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद का नाम ‘प्रयाग राज’ किये जाने को लेकर राज्यपाल राम नाईक को पत्र लिख चुके हैं, वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य फैजाबाद का नाम बदलकर ‘अयोध्या धाम’ करने की बात कह चुके हैं। पिछले दिनों योगी सरकार ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन कर दिया है। कानपुर देहात के मुजफ्फरनगर निवासी समाजसेवी ऋषिपाल सिंह ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर जिले के सिकन्दरा, रसूलाबाद, अकबरपुर और रनियां का नाम बदलने की अर्जी लगाई है। उनकी मांग पर राजस्व परिषद ने इन कस्बों के नाम परिवर्तन पर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है। साथ ही एसडीएम से नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव भी मांगे हैं।

यह भी पढ़ें

मुगलसराय के बाद अब यूपी के इन शहरों के नाम बदलने की तैयारी

वीडियो में देखें- क्या कहते हैं इतिहासकार जेपी त्रिपाठी

ट्रेंडिंग वीडियो