
राशन कार्ड का इस्तेमाल आईडी प्रूफ (ID Proof) के तौर पर भी होता है
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. राशन कार्ड (Ration Card) बेहद जरूरी है। यह एक सरकारी डॉकयुमेंट्स है, जिसकी मदद से सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत उचित दर की दुकानों से गेहूं, चावल आदि बाजार मूल्य से बेहद कम दाम पर खरीद सकते हैं। कोरोना काल में योगी सरकार (Yogi Sarkar) ने राशन कार्ड धारकों को राशन मुफ्त में बांटा है जो अभी भी दिया जा रहा है। इसके अलावा कई जगहों पर राशन कार्ड का इस्तेमाल आईडी प्रूफ (ID Proof) के तौर पर भी होता है। जैसे- एलपीजी कनेक्शन, ड्राइविंग लाइसेंस आदि में।
राशन कार्ड 3 प्रकार के होते हैं- गरीबी रेखा के ऊपर (APL), गरीबी रेखा के नीचे (BPL) और अन्त्योदय (Antyodaya) परिवारों के लिए। अंत्योदय कैटेगरी में बेहद ज्यादा गरीब लोग रखे जाते हैं। ये कैटेगरी व्यक्ति की सालाना आय के आधार पर तय होती है। जिला सप्लाई अफसर अभय सिंह ने बताया कि राशन कार्ड बनवाने के लिए व्यक्ति का भारत का नागरिक होना अनिवार्य शर्त है। जो व्यक्ति जिस प्रदेश से राशन कार्ड बनवाना चाह रहा है, उसके पास किसी अन्य राज्य का राशन कार्ड नहीं होना चाहिए।
18 साल की उम्र होना जरूरी
राशन कार्ड बनवाने के लिए उम्र का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। राशन कार्ड बनवाने वाले कि आयु 18 साल से कम नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जिन बच्चों की उम्र 18 साल से कम होती है, उन बच्चों के नाम माता-पिता के राशन कार्ड में शामिल किया जाता है। अमूमन एक परिवार में एक ही राशन कार्ड बनाया जाता है।
राशन कार्ड बनवाने के लिए ऐसे करें अप्लाई
जिला सप्लाई अफसर अभय सिंह के अनुसार राशन कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा है। आवेदक को अप्लाई करते समय सभी जानकारियां भरकर अपने क्षेत्र के राशन डीलर को या खाद्य आपूर्ति विभाग के दफ्तर में सौंप दें। आवेदन के लिए तहसील में इस कार्य से संबंधित अधिकारी से भी संपर्क किया जा सकता है। आवेदनकर्ता चाहे तो राशन कार्ड के लिए जनसुविधा केंद्रों के माध्यम से अप्लाई कर सकता है।
राशन कार्ड बनवाने के लिए चाहिए ये प्रूफ
राशन कार्ड बनवाने के लिए आईडी प्रूफ के तौर पर आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, आई कार्ड, हेल्थ कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस काम आ सकता है। इसके अलावा पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, आय प्रमाण पत्र, पते के प्रमाण के तौर पर बिजली बिल, गैस कनेक्शन बुक, टेलिफोन बिल, बैंक स्टेटमेंट या पासबुक, रेंटल एग्रीमेंट जैसे डॉक्युमेंट भी लगेंगे।
...और बन जाता है राशन कार्ड
राशन कार्ड के आवेदन की जांच आम तौर पर आवेदन करने के 30 दिन के अंदर पूरी हो जाती है। इसके बाद आगे की प्रक्रिया होती है। सभी डिटेल वेरिफाई होने के बाद राशन कार्ड बन जाता है। अगर कोई डिटेल गलत पाई जाती है तो आवेदनकर्ता पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
यह भी पढ़ें : रोजाना जमा करें 7 रुपये, प्रतिमाह 5000 रुपए मिलेगी पेंशन
जरूरी बातें
- भारत का नागरिक होना अनिवार्य है
- किसी अन्य राज्य का राशन कार्ड नहीं होना चाहिए
- आवेदक की उम्र 18 वर्ष से कम न हो
तो कट जाएगा राशन कार्ड
- अगर आपका नामनाम किसी दूसरे राशन कार्ड में पहले से जुड़ा है
- राशन कार्ड के मुखिया का मृतक होना
- गलत डिटेल देकर राशन कार्ड बनवाने पर
राशन कार्ड के फायदे
- आईडी प्रूफ के तौर पर राशन कार्ड का इस्तेमाल हो सकता है
- राशन कार्ड की फोटोकॉपी लगाकर टेलीफोन कनेक्शन व सिम कार्ड भी ले सकते हैं
- आप ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी आईडी के तौर पर मान्य है राशन कार्ड
- पैन कार्ड बनवाने में एड्रेस प्रूफ के तौर पर राशन कार्ड कर कर सकते हैं इस्तेमाल
- एलपीजी गैस कनेक्शन के लिए राशन कार्ड मान्य
- पासपोर्ट बनवाने में राशन कार्ड की जरूरत
- राशन कार्ड दिखाकर आधार कार्ड भी बनवा सकते हैं
Updated on:
01 Nov 2020 06:27 pm
Published on:
01 Nov 2020 06:22 pm
बड़ी खबरें
View Allसुल्तानपुर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
