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सरगुजा के गर्भ में दबी हैं रोजमर्रा की ये चीजें! जमीन के भीतर विस्फोट कर तस्वीरें भेजी जा रहीं मुंबई

भारत सरकार के हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रस्ताव पर टीम द्वारा किया जा रहा सर्वे

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Survey

Survey of Hydrocarbon

अंबिकापुर/रामानुजनगर. कहीं अविभाजित सरगुजा में भी तो जमीन के गर्भ में पेट्रोल-डीजल या प्राकृतिक गैस की बड़ी मात्रा मौजूद नहीं है। ऐसा हो भी सकता है क्योंकि सूरजपुर व बलरामपुर जिले के कुछ चिन्हांकित गांवों की जमीन के गर्भ में पेट्रोलियम पदार्थों व प्राकृतिक गैस (हाईड्रोकार्बन) के होने की संभावना पर एक बड़ा सर्वे भारत सरकार के हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रस्ताव पर टीम द्वारा किया जा रहा है।

सर्वे के लिए अधिकृत एक प्राइवेट कंपनी अपनी टीम, बोरिंग मशीन सहित अन्य आधुनिक उपकरणों के जरिए जमीन के भीतर विस्फोट कर अंदर की तस्वीरों को कैद कर मुंबई भेज रही है। ये सर्वे तो प्रथम चरण का है, इसमें किसी भी गांव की जमीन के भीतर अगर पेट्रोलियम पदार्थ की संभावना नजर आती है तो ये वाकई सरगुजा संभाग के लिए काफी बड़ी बात होगी। इस सर्वे में स्थानीय पुलिस-प्रशासन भी सहयोग कर रहा है।


गौरतलब है कि हाईड्रोकार्बन महानिदेशालय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय भारत सरकार के प्रस्ताव पर छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय द्वारा प्रदेश के सात जिले सूरजपुर, बलरामपुर, बेमेतरा, बालोद, बलौदा बाजार, गरियाबंद व मुंगेली में हाईड्रोकार्बन की खोज हेतु २-डी भूकंमपीय सर्वेक्षण की सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है।

इसी के तहत सूरजपुर जिले के कुछ चिन्हांकित गांवों में निर्धारित एजेंसी श्री राज मंगल पार्टी मैनेजर ग्लोबल इकोलॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सर्वे शुरू कर दिया गया है। इस सर्वे को लेकर स्थानीय लोग काफी उत्साहित हैं। अगर सूरजपुर व बलरामपुर जिले के चिन्हांकित किसी भी गांव की जमीन पर पेट्रोल-डीजल या प्राकृतिक गैस का भंडार मिल गया तो ये सरगुजा संभाग के लिए काफी बड़ी बात होगी।


इन गांवों में होगा सर्वे
निर्धारित एजेंसी द्वारा बोरिंग मशीनों व आधुनिक उपकरणों के साथ रामानुजनगर ब्लॉक के ग्राम कौशलपुर, बकना, उमापुर, मांजा, सूरता, पंपानगर, अक्षयपुर व प्रेमनगर ब्लॉक के उमेश्वरपुर व पार्वतीपुर में पेट्रोल, डीजल व प्राकृतिक गैस की खोज के लिए सर्वे किया जाना है। अभी रामानुजनगर ब्लॉक में सर्वे चल रहा है।
रिपोर्ट के आधार पर फिर होगा थ्री-डी सर्वे
एजेंसी ने जानकारी दी कि जमीन के भीतर की भेजी गई तस्वीरों के आधार पर जहां कहीं भी पेट्रोकेमिकल्स की संभावना नजर आएगी, वहां पुन: थ्री डी भूकंमपीय सर्वे कराया जाएगा। अभी जारी सर्वे के लिए राज्य सरकार द्वारा स्थानीय जिलों के कलक्टर व एसपी को सभी प्रकार के आवश्यक सहयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है।


जमीन के अंदर कर रहे विस्फोट
सर्वेक्षण टीम द्वारा चार-पांच बोरिंग मशीनों से चिन्हांकित गांवों की जमीन पर 50 से 60 फिट तक खुदाई कराई जा रही है। इसके बाद भूमि के अंदर विस्फोट कर जियो फोन के जरिए तस्वीर ली जा रही है। इस तस्वीरों को सीधे मुंबई भेजा जा रहा है। अभी ये सर्वे दो साल तक चलेगा।


सर्वे में प्रशासन कर रहा सहयोग
जिले में पेट्रोकेमिकल्स होने की संभावना पर निर्धारित एजेंसी सर्वे कर रही है। इसमें प्रशासन सहयोग कर रहा है।
बिजेंद्र पाटले, एसडीएम, सूरजपुर