9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Heavy rain and storm: तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश ने मचाई तबाही, कई पेड़ धराशायी, उड़ गए छप्पर

Heavy rain and storm: पेड़ गिरने से जरही-भटगांव मार्ग पर पूरी तरह से बाधित हो गया था आवागमन, भारी बारिश के कारण किसानों को भी उठाना पड़ा नुकसान

2 min read
Google source verification
Heavy rain and storm

Trees fell on Jarahi-Bhatgaon road (Photo- Patrika)

जरही। सूरजपुर जिले के भटगांव तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बरोधी में बारिश और तेज हवाओं ने काफी नुकसान पहुंचाया है। मंगलवार की रात तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण कई घरों के छप्पर (Heavy rain and storm) उड़े हैं, वहीं कई दीवार जमींदोज हो गए। तेज हवा के कारण कई पेड़ सडक़ पर गिर गए। इस कारण जरही-भटगांव मार्ग पूरी तरह से बाधित रहा। कोयला परिवहन में लगे वाहनों के भी पहिए रात भर थमे रहे।

सुबह होने पर लोगों द्वारा सडक़ गिरे पेड़ों की कटाई कर हटाया गया तब जाकर आवागमन प्रारंभ हो सका। इस हवा बारिश के कारण विद्युत सप्लाई भी बंद हो गई क्योंकि कई बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त (Heavy rain and storm) हो गए। पूरी रात जरही सहित बरोधी में विद्युत सप्लाई बंद रही। कोयला परिवहन में लगे वाहनों की लम्बी कतार लगी रही।

बरोधी निवासी होल साय के घर को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। उसके घर का पूरा छप्पर उडक़र जमीन पर गिर गया और टकराकर चकनाचूर हो गया। वहीं घर की दीवार भी ढह (Heavy rain and storm) गई जिसके कारण घर में पाले हुए 9 बकरे-बकरियों की भी दबकर मौत हो गई। सुबह होते ही चारों ओर मंजर नुकसान भरा था। कई पेड़ गिर चुके थे।

लोगों को अपने उजड़े हुए आशियानों (Heavy rain and storm) को देखकर दुख हुआ। इसकी सूचना पर भटगांव के तहसीलदार शिव कुमार राठिया ने पटवारी के साथ पहुंचकर नुकसान का आंकलन किया। तहसीलदार ने कहा कि हवा-बारिश के कारण हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। इसके बाद मुआवजे के लिए प्रकरण उच्च कार्यालय को भेजा जाएगा।

Heavy rain and storm: किसानों की फसल बर्बाद

तेज हवा के साथ हुई बारिश के कारण कई किसानों की फसल बर्बाद (Heavy rain and storm) हो गई है। यहां कई किसानों ने टमाटर, धान सहित अन्य सब्जियों की खेती की थी। मल्चिंग और ड्रिप सिस्टम के द्वारा खेती कर रहे किसानों को नुकसान हुआ है। फसलों के साथ उनके द्वारा लगाए गए उपकरणों को भी क्षति पहुंची है।