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अगले 13 दिन पड़ेंगे त्यौहार ही त्यौहार, जानें कब है ‘दिवाली’ ? देखें List

MP News: आने वाले इन व्रत, त्योहारों को लेकर लोगों ने जहां तैयारियां शुरू कर दी है तो बाजार भी तैयार बना हुआ है।

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(सोर्स: सोशल मीडिया)

(सोर्स: सोशल मीडिया)

MP News: नवरात्र का पर्व भले ही पूर्ण हो गया हो, लेकिन आने वाले पखवाड़े में अब दीपोत्सव तक व्रत और त्योहार की भरमार रहने वाली है। आने वाले 18 दिनों में 13 दिन प्रमुख व्रत, नक्षत्र और त्योहार रहने वाले है। ऐसे में अब पूरे समय बाजार गुलजार रहेगा और दीपोत्सव तक उल्लास छाया रहेगा। आने वाले इन व्रत, त्योहारों को लेकर लोगों ने जहां तैयारियां शुरू कर दी है तो बाजार भी तैयार बना हुआ है।

लगभग हर दिन खास व्रत और त्योहार रहने वाले है। यह व्रत 6 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगे। सबसे पहला व्रत सनातन परंपरा के अनुसार शदर पूर्णिमा का होगा। इसके साथ ही वाल्मीकि जयंती, स्नानदान पूर्णिमा के साथ पवित्र कार्तिक मास का प्रारंभ होगा तो करवा चौथ जैसा बड़ा पर्व और दीपोत्सव के ठीक 3 दिन पूर्व पुष्य नक्षत्र पड़ेगा।

बाजार रहेगा गुलजार

इसके साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव भी इसी पखवाड़े के अंतिम तीन दिन में शुरू हो जाएगा। कुल मिलाकर इस पखवाड़ा के 13 दिन धार्मिक आयोजनों के उत्साह से भरे रहने वाले है। इन पर्व पर अब बाजार में पूरे समय रंगत रहेगी। शरद पूर्णिमा के साथ ही लोग जहां करवा चौथ की खरीदारी में जुट जाएंगे तो पुष्य नक्षत्र पर भी बाजार गुलजार होगा। वहीं धनतेरस के साथ ही बाजार में दीपोत्सव की उमंग छा जाएगी। इसे लेकर सभी व्यापारियों ने अपनी तैयारियां पहले से ही कर रखी है।

यह दिन बाजार के लिए महत्वपूर्ण

10 अक्टूबर को पड़ने वाले करवा चौथ से कपड़ा व्यापारियों के साथ ही सराफा व्यापार को खासी उम्मीद है। इस दिन कपड़ा व्यापार के साथ ही सराफा व्यापार में मांग बढ़ेगी। पति-पत्नी एक-दूसरे के लिए उपहार लेने बाजार पहुंचेंगे। वहीं इसके बाद 15 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र से ऑटो मोबाइल के साथ ही रियल स्टेट को उम्मीदें लगी हुई है। 29 अक्टूबर से शुरू होने वाले पांच दिवसीय दीपोत्सव पर तो बाजार गुलजार होना ही है।

यह त्योहार मनाए जाएंगे

6 अक्टूबर- शरद पूर्णिमा

7 अक्टूबर -वाल्मीकि जयंती एवं स्नानदान पूर्णिमा

8 अक्टूबर -कार्तिक मास प्रारंभ

10 अक्टूबर- करवा चौथ और गणेश चतुर्थी

14 अक्टूबर- राधा अष्टमी

15 अक्टूबर- पुष्य नक्षत्र

17 अक्टूबर- रंभा एकादशी

18 अक्टूबर- धनतेरस

19 अक्टूबर- रूप चतुर्दशी

20 अक्टूबर- दीपावली

21 अक्टूबर- महावीर निर्वाण दिवस

22 अक्टूबर -अन्नकूट

23 अक्टूबर- भाई दूज